Women’s Equality Day 2022: बॉलीवुड की ये फिल्में बताती हैं कि आज की महिलाएं, पुरुषों से चार कदम आगे हैं!

आज हम उन फिल्मों की बात करेंगे जिसमें महिलाओं के हक की लड़ाई को दिखाया गया है. जिसे देख कर आप समझ जाते हैं महिलाओं के लिए समानता का अधिकार इतना संघर्ष भरा रहा है.

Women’s Equality Day 2022: आज के समय में हमारे देश में महिलाएं, पुरुषों के बराबर हैं और नौकरी से लेकर कंधे से कंधा मिलाकर हर काम शानदार तरीके से कर रही हैं. लेकिन आज के मॉडर्न समय से पहले की बात करें तो महिलाओं ने अपने हक़ के लिए काफी संघर्ष किया है. दुनिया भर में महिलाओं के लिए समानता की लड़ाई काफी लंबी रही है. कुछ महिलाएं अपनी लड़ाई जीत गई तो कुछ आज भी अपनी लड़ाई लड़ रही हैं. ऐसे में आज हम उन फिल्मों की बात करेंगे जिसमें महिलाओं के हक की लड़ाई को दिखाया गया है.जिसे देख कर आप समझ सकते हैं कि महिलाओं के लिए समानता का अधिकार कितना संघर्ष भरा रहा है. साथ ही आज महिलाएं भी पुरुषों से कम नहीं है.

क्वीन

कंगना रनौत की फिल्म ‘क्वीन’ साल 2014 में आए थी. इस फिल्म में दिखाया गया था कि कैसे एक सिंपल सी लड़की अपनी शादी टूटने के बाद खुद को संभालती है और अकेली ट्रिप पर निकल जाती है, बिना किसी रोक टोक के.


इंग्लिश विंग्लिश

बॉलीवुड की एवरग्रीन एक्ट्रेस श्रीदेवी की फिल्म ‘इंग्लिश विंग्लिश’ बेहतरीन फिल्मों में से एक है. इसमें श्रीदेवी का अंदाज भी शानदार रहा साथ ही फिल्म ने काफी अच्छा मैसेज भी दिया. फिल्म में दर्शाया गया है कि कैसे एक घर पर काम करने वाली महिला परिवार में खुद का सम्मान पाने के लिए कोशिशें करती है.


पिंक

अमिताभ बच्चन स्टारर फिल्म ‘पिंक’ शारीरिक शोषण की शिकार हो रही महिलाओं को बड़ा मैसेज देती फिल्म है. इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे तीन लड़कियां एक पार्टी में शारीरिक शोषण की शिकार होती हैं. और लड़कों को सजा दिलाने के लिए लड़ती है. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन वकील की भूमिका में नजर आये थे.


सांड की आंख

साल 2019 में तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर की आई फिल्म ‘सांड की आंख’ ने महिलाओं को काफी अच्छी सिख देने की कोशिश की है. इस फिल्म में आम घर की महिलाएं अपने सपनों को पूरा करती हैं और देश में निशानेबाजी में अपना परचम लहराती है. इस फिल्म में तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर बूढ़ी महिला का किरदार निभाती है जोकि शूटर दादी के नाम से जानी जाती है.

दंगल

आमिर खान स्टारर फिल्म ‘दंगल’ में दिखाया गया है कि कैसे लड़कियां किसी लड़के से कम नहीं होती हैं. इस फिल्म में आमिर खान अपनी दोनों बेटियों को पहलवान बनाने की कोशिश करते है और दुनिया को साबित करते है की लड़कियां लड़कों से चार कदम आगे हैं. ये फिल्म हरियाणवी पहलवान गीता फोगट और बबिता फोगट के जीवन पर आधारित फिल्म है.

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Shikha Trivedi :हम उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले से हैं. मौजूदा समय में करीब पांच साल से पत्रकारिता जगत में खुद के काम को बेहतर बनाने की कोशिश जारी है. वर्तमान में मनोरंजन जगत से नवीनतम समाचारों और रुझानों को कवर करने के लिए काम कर रहे हैं, साथ ही खुद के काम और बॉलीवुड की दुनिया से काफी लगाव सा है. हमारी संस्था हिंदीरश ने हमारे काम की सराहना की है, इसलिए हम और बेहतर करने की लगन में हैं. फिलहाल उत्तर प्रदेश के होने के कारण थोड़ा बहुत राजनितिक जगत से भी लगाव है.