रेप के आरोप में फंसे एक्टर आलोक नाथ की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मुंबई की दिंडोशी सेशन कोर्ट ने आज उन्हें फैसले पर अगली तारीख दे दी है। जी हां 31 दिसंबर के दिन कोर्ट फैसला सुनाएगी कि आलोक नाथ को अग्रिम जमानत मिलती है या जेल होती है। दरअसल जानकारी के मुताबिक कागजी कार्यवाई में कमी के चलते कोर्ट ने तय किया कि आलोक नाथ पर फैसला आने वाले सोमवार के दिन लिया जाएगा। ऐसा दूसरी बार हुआ जब कोर्ट ने आलोक नाथ के मामले को अगली डेट दी।
मामला तो आपको पता ही है। #MeToo अभियान के तहत राइटर विंता नंदा ने आलोक नाथ पर आरोप लगाया था कि उन्होंने ना केवल बलात्कार किया बल्कि मार-पीट भी की। 1990 दशक का मशहूर धारवाहिक ‘तारा’ की राइटर और प्रोड्यूसर हैं विंता नंदा। विंता ने आलोक नाथ पर इल्जाम लगाते अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर की ।
विंता ने लिखा था, ‘एक बार मुझे इस शख्स के घर एक पार्टी में बुलाया गया। उसकी वाइफ जो कि मेरी अच्छी दोस्त थी वो शहर से बाहर थी। हम सभी दोस्तों का मिलना आम था, तो ऐसा कुछ हमने सोचा भी नहीं, लेकिन जैसे ही शाम होने लगी, मेरे ड्रिंक्स में कुछ मिला दिया गया और मुझे अजीब सा महसूस होने लगा। रात 2 बजे मैं उनके घर से निकली। किसी ने मुझे ड्रॉप करने के लिए नहीं कहा’
अपनी बातों को आगे बढ़ाते हुए विंता ने लिखा, ‘मुझे महसूस होने लगा कि यहां ज्यादा देर तक रहना सही नहीं है। मैंने खाली सड़कों पर अकेले ही पैदल चलना शुरू कर दिया, जबकि मेरा घर दूर था…और फिर बीच रास्ते उन्होंने मेरा रास्ता रोक लिया। वह अपनी गाड़ी चला रहे थे और गाड़ी रोककर मुझे मेरे घर ड्रॉप करने के लिए कहा।
विंता ने लिखा, ‘मैं विश्वास करके गाड़ी में बैठ गई। इसके बाद मुझे हल्का-हल्का याद है। मुझे याद है कि और ज्यादा शराब मेरे मुंह में डाली गई और काफी हिंसा की गई। अगली सुबह मैं जब उठी तो मुझे काफी दर्द हो रहा था। मेरा सिर्फ रेप ही नहीं किया गया था बल्कि मुझे मेरे घर ले जाकर पीटा भी गया था। मैं अपने बिस्तर से उठ नहीं पाई। मैंने अपने कुछ दोस्तों को इस बारे में बताया, लेकिन सभी ने मुझे इसे भूलने और आगे बढ़ने की सलाह दी।’
इस पोस्ट के बाद ही आलोक नाथ ने विंता नंदा पर मानहानि का दावा किया और विंता ने आलोक नाथ के खिलाफ पुलिस में शिकायर दर्ज की।