शाहरुख खान, अनुष्का शर्मा और कैटरीना कैफ की फिल्म ‘जीरो’ विवादों में फंसती जा रही है। फिल्म ‘जीरो’ को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट की ओर से आज सुनवाई की गई। कोर्ट ने सेंसर बोर्ड को आदेश दिया है कि फिल्म ‘जीरो’ को देखें और एक रिपोर्ट जमा करें। इसके बाद कोर्ट आगे की सुनवाई करेगा। फिल्म निर्माता और सिख समुदाय की नजरें अब सेंसर बोर्ड पर टिकी हैं। हालांकि इस मामले को बढ़ता देख गुरुवार को रेड चिलीज एंटरटेनमेंट ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) से मिले कानूनी नोटिस के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। ऐसे में फिल्म कानूनी चक्रव्यूह में फंसती ही जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बॉम्बे कोर्ट ने सेंसर बोर्ड से कहा है कि फिल्म को देखकर 18 दिसंबर तक रिपोर्ट सौंपे। इसके बाद सेंसर बोर्ड आगे की कार्रवाई शुरू करने की तैयारी कर रहा है। बताते चलें कि शाहरुख खान की फिल्म ‘जीरो’ में एक आपत्तिजनक सीन है। इसको लेकर सिख समुदाय ने विरोध जताया और सीन को हटाने की बात उठाई। फिल्म का पोस्टर सामने आने के बाद सिख समुदाय ने गटका कृपाण पर आपत्ति जताई थी। इसके साथ ही पुलिस से शिकायत भी की थी। जबकि ‘जीरो’ के निर्माताओं ने सफाई देते हुए कहा था कि उन्होंने ऐसा नहीं किया है। पोस्टर में दिखने वाला गटका कृपाण नहीं है बल्कि कुछ और है।
क्या है आरोप?
शाहरुख खान, अनुष्का शर्मा और कैटरीना कैफ की फिल्म ‘जीरो’ का पोस्टर सामने आया था। एक पोस्टर में बउवा सिंह बनें शाहरुख खान बीच सड़क पर खड़े दिख रहे थे। उस पर डीएसजीएमसी ने आरोप लगाया है कि प्रोमो और पोस्टर में शाहरुख खान अंडरगारमेंट में हैं और गटका कृपाण धारण किए नजर आ रहे हैं, जो कि एक सिख धार्मिक प्रतीक है। इस कारण सिख समुदाय के पवित्र गटका कृपाण का अपमान किया जा रहा है। जान लें कि डीएसजीएमसी के महासचिव व भारतीय जनता पार्टी के विधायक मजिंदर सिंह सिरसा ने ‘जीरो’ के निर्देशक आनंद एल. राय और शाहरुख खान से ‘आपत्तिजनक दृश्य’ को फिल्म से हटाने के लिए कहा था।
यहां देखिए फिल्म का विवादित पोस्टर…
यहां देखिए फिल्म जीरो का ट्रेलर…
यहां देखिए फिल्म जीरो की कुछ खास तस्वीरें…