Amitabh Bachchan Shayari: अमिताभ बच्चन की शायरी सुन दहल जायेगा आपका दिल, देखें तस्वीरों के जरिये
Amitabh Bachchan Shayari: बॉलीवुड दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) आज भी सैकड़ों दिलों धड़कन है। आज भी उनकी एक्टिंग, भाषा का उच्चारण सुन दिल में घर कर जाती है। इस उम्र में भी अमिताभ बच्चन उतना ही उत्साहिक है, जितना वो एंग्री यंग मैन के समय हुआ करते है।आज भी वह कइयों के आइडल है। आज भी लोग उनकी इंस्पिरेशनल बातें और शायरी सुनकर उनसे प्रोत्साहित होते है। (Pic and Shayari Credit to Amitabh Bachchan)
इन दिनों में ;
आते हैं अनगिनित न जाने कितने ख़याल मन में ,
उठ खड़ा हो जाता हूँ जल्द, उनको मैं निभनें में ,
किस किस को निभाऊँ
किस किस को ना ?
माएने फ़ुर्सत के कुछ और हुआ करते थे पहले,
अब तो सब बदल ही गए इस ज़माने में ।।
~ अमिताभ
असमान्य होने से आप अपने आप को जीवित नहीं रख सकते ; न ही बुद्धिमान होने से ; जो बदलाव के लिए सम्वेदनशील होते हैं , वो अपने आप को जीवित रख सकते हैं
"थक कर आता था तो सुलाता था घर
आज भी हर मुसीबत से बचाता है घर
बाहर ख़तरा मंडरा रहा है बचना है हमें
एक जुट कैसे हों ये हमें सिखाता है घर
बचपन गुजरा जो जैसे बहुत पुरानी बात
आज याद बचपन की दिलवाता है घर "
" समझ गया दिल ये भी अब तो समझाने से
लड़ी जाएगी ये लड़ाई अब आशियाने से
मिलकर नहीं अलग अलग लड़ना है हमें
मैं लड़ता अपने तुम लड़ो अपने ठिकाने से
घर में हो तुम इसे क़ैद न समझो मेरे यार
कट जाएंगे दिन ये तेरे मेरे मुस्कुराने से
अनुशासन - अपने साथ ज़बरदस्ती करते रहना , बार बार , उसका अनुभव हमें चाहे कैसा ही क्यूँ ना लगे ; जब तक की वो एक आदत न बन जाए
'शब्द मेरी पहचान बने तो
बेहतर है ,
चेहरे का क्या है, वो तो मेरे
साथ ही चला जाएगा ',,,, ।।