‘दीपवीर’ के शादी की पूरी कहानी देखिए इन शानदार PHOTOS के साथ, है ना कमाल का कलेक्शन!

दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह की शादी के फोटो एक-एक कर सामने आए हैं। अलग-अलग अकाउंट से शेयर करने के कारण आप सारी तस्वीरों को एक साथ देख नहीं पाए हैं। इसलिए एक साथ देखिए इनकी शानदार तस्वीरें। ये पहली तस्वीर देख लिजिए जो कि इनकी ओर से पहली बार शेयर किया गया। ये कोंकणी रस्म की तस्वीर है। इसके बाद हम आपको अगली रस्म की तस्वीर दिखाते हैं।

दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के 15 नवंबर की शादी की तस्वीर है। इसमें दोनों सिंधी रस्म (आनंद करज) के अनुसार ड्रेस पहने हैं। लाल जोड़े में हमारे दीपवीर कितने प्यार दिख रहे हैं ना। इनकी तस्वीरें देखकर दिल खुश हो रहा है। अब देखिए इनके दोस्तों के साथ की तस्वीरें।

ये रही रणवीर सिंही की हल्दी की रस्म वाली तस्वीर। रणवीर सिंह तो हल्दी और तिलक लगाकर पूरा खिल रहे हैं। इसमें भी कमाल के दिख रहे हैं ये फोटो 13 नवंबर की है।

अब तो आपने दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह की हाफ फोटो देखी है। अब देखिए यहां पर दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह को फुल फोटो में जो कि कमाल की तस्वीर है।

दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह को सजाने में इनका हाथ है। इनके साथ तो तस्वीर बनती ही है। देखिए शादी के बाद किस तरह सबके चेहरे पर मुस्कान खिल कर आ रही है। वैसे भी इस खुशी के मौके पर भला कौन मौका गंवाता है। इसमें एक तो हमारे फोटोग्राफर हैं तो दूसरी ओर दीपिका के ट्रेनर हैं।

दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह ने ये फोटो शादी के बाद ली है। इसमें हमारे दुल्हे राजा तो गजब के दिख रहे हैं। हरे रंग की ड्रेस और सफेद रंग के शू में रणवीर अपने खांटी लूक को बता रहे हैं। दीपिका के गले का हार भी कमाल का दिख रहा है। इसमें मेकअप आर्टिस्ट मलिका भट्ट की मुस्कान भी कमाल की है।

दीपवीर के साथ इनको सजाने और बयां करने वाले लोग हैं। इसमें हम शैलेना (स्टाइलिस्ट), करिश्मा (प्रबंधक), प्रभात (पीआर), संध्या (मेकअप आर्टिस्ट) और गेब्रियल (हेयर स्टाइलिस्ट) साथ में हैं।

दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह की ये पूरी टीम है। जिसमें कि मैनेजर से लेकर बाकि लोग शामिल हैं। शादी के खास मौके पर एक फ्रेम इनके साथ तो बनता ही है।

ये हैं हमारे दीपवीर के रक्षक साथी, जी हां। दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के बॉडीगार्ड्स हैं। इनके साथ ही दीपिका और रणवीन ने तस्वीरें ली है।

रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.