Makar Sankranti 2020: इस मकर संक्रांति खिचड़ी खाकर कीजिये अपना वजन कम, जानिये कैसे

Khichdi For Weight Loss, Makar Sankranti 2020: देशभर में संक्रांति को अलग-अलग नामों से मनाया जाता है। UP और बिहार में संक्रांति को खिचड़ी(Khichdi) पर्व के नाम से भी जाना जाता है।

देशभर के अलग-अलग हिस्सों में संक्रांति को अलग-अलग नामों से सेलिब्रेट किया जाता है। उत्तर प्रदेश और बिहार में संक्रांति को खिचड़ी पर्व के नाम से भी जाना जाता है और इसकी वजह ये है कि इस दिन चावल और उड़द दाल की खिचड़ी खाने का काफी महत्व है। खिचड़ी बीमारों वाला खाना नहीं है और इसे आप अपने हिसाब से तीखा और खट्टा-मीठा भी बना सकते हैं। इस मकर संक्रांति आप वेट लॉस की शुरुआत कर  खिचड़ी आपका बेस्ट ऑप्टोन हो सकता है। आइये जानते हैं कैसे खिचड़ी है वेट लॉस के लिए परफेक्ट!

देशभर के अलग-अलग हिस्सों में संक्रांति को अलग-अलग नामों से सेलिब्रेट किया जाता है। उत्तर प्रदेश और बिहार में संक्रांति को खिचड़ी पर्व के नाम से भी जाना जाता है और इसकी वजह ये है कि इस दिन चावल और उड़द दाल की खिचड़ी खाने का काफी महत्व है। खिचड़ी बीमारों वाला खाना नहीं है और इसे आप अपने हिसाब से तीखा और खट्टा-मीठा भी बना सकते हैं। इस मकर संक्रांति आप वेट लॉस की शुरुआत कर  खिचड़ी आपका बेस्ट ऑप्टोन हो सकता है। आइये जानते हैं कैसे खिचड़ी है वेट लॉस के लिए परफेक्ट!

खिचड़ी का नाम लेते ही बहुत से लोगों को लगता है कि ये तो बीमार और मरीजों का खाना है। लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है। आप चाहें तो इसमें चावल के साथ अपनी फेवरिट दाल, सब्जियां और मसाले ऐड करके बोरिंग खिचड़ी को अपने हिसाब से हेल्दी और टेस्टी बना सकते हैं। 

जब आप वेट लॉस की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपके लिए प्रोटीन और फाइबर का सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है। जिम ट्रेनर्स भी लोगों को वेट लॉस के दौरान प्रोटीन से भरपूर चीजें खाने के लिए कहते हैं। 

खिचड़ी खानी चाहिए क्योंकि चावल और दाल दोनों ही ग्लूटेन फ्री होता है। ग्लूटेन के कम से कम सेवन से भी आप वेट लॉस कर सकते हैं। खिचड़ी लाइट भी होती है और पच भी जल्दी जाती है।

चावल और दाल के साथ-साथ कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, डायट्री फाइबर, विटमिन सी, कैल्शियम, मैग्निशियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्वों की खूबियों से भरपूर खिचड़ी हमारे शरीर के पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाती है।

Shikha Sharma :शिखा, इसका मतलब होता है पहाड़ की चोटी लेकिन, अपने काम में मैं चोटी से लेकर एड़ी तक ज़ोर लगा देती हूं! बॉलीवुड फ़िल्में और गानें मेरी रगों में हैं! किशोर कुमार से लेकर बादशाह तक, म्युज़िक मेरी ज़िन्दगी है!