Maha Shivratri 2020: महाशिवरात्रि पर भारत में स्थित इन 12 ज्योतिर्लिंगों का दर्शन कीजिये और जानें इनका महत्व

Maha Shivratri 2020: भारत के अंदर भगवान शिव की महिमा दर्शाने के लिए 12 ज्योतिर्लिंग मौजूद है। देश के हर कोने में भगवान शिव के वास को दर्शाते है उनके ये 12 ज्योतिर्लिंग। तो चलिए जानते है उनकी पूरी लिस्ट।

12 ज्योतिर्लिंग

भारत के अंदर भगवान शिव की महिमा दर्शाने के लिए 12 ज्योतिर्लिंग मौजूद है। देश के हर कोने में भगवान शिव के वास को दर्शाते है उनके ये 12 ज्योतिर्लिंग। तो चलिए जानते है उनकी पूरी लिस्ट।

काशी विश्वनाथ मंदिर उन 12 ज्योतिर्लिंग में से एक आता है। जिसे वाराणसी का स्वर्ण मंदिर भी कहा जाता है। कुछ लोग इस मंदिर को लेकर कहते है कि भगवान शिव यहां रह करते थे।

केदारनाथ मंदिर साल में सिर्फ 6 महीने के लिए ही खुलाता है। कई श्रद्धालु इस पवित्र जगह की तीर्थयात्रा करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि यहां प्रार्थना करने से उनकी हर इच्छा पूरी हो जाती है।

भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक रामेश्वरम मंदिर भी आता है। यह मंदिर दक्षिण भारत में रामेश्वरम जगह पर पड़ता है। यहां ज्यादातर वहीं लोगो यात्रा करने के लिए आते है जो चार धाम की करने निकलते हैं।

इसके बाद बारी आती है मल्लिकार्जुन मंदिर की, जो कि अपने बहेतरीन स्ट्रक्चर और शानदार माहौल के चलते दक्षिण भारत में एक फेमस शिव मंदिर के रुप में जाना जाता है। ये ब्रह्मा और शिव की मूर्तियों के लिए जाना जाता है।

नागेश्वर मंदिर 12 ज्योतिर्लिंग में से एक आते हैं। इस मंदिर को लेकर कुछ श्रद्धालुओं का मानना है कि ये इंसान को जहर और खतरे से बचाता है। इसके अलावा ये मंदिर भगवान शिव की विशाल मूर्ति के लिए भी जाना जाता है।

ऐसा कहा जाता है कि गौतमी ऋषि और गोदावरी नदी ने भगवान शिव से त्रयंबकेश्वर को अपने घर बनाने की प्रर्थना की थी। इसी के चलते भगवान शिव एक त्र्यंबकेश्वर के रूप में यहां प्रकट हुए। बाकी 11 मंदिर की तरह त्र्यंबकेश्वर मंदिर का भी अलग आकार है।

भीमशंकर मंदिर कुंभकर्णा के बेटे भीम द्वारा बनाया गया था। इस मंदिर के पीछे कई कहानियां छुपी हुई है। ये श्रद्धालुओं के बीच में काफी प्रसिद्ध मंदिर माना जाता है। ये मंदिर पुणे में स्थिति है।

घृष्णेश्वर मंदिर में खास है भगवान विष्णु के दशावतार, जो पूरी तरह से लाल चट्टान के जरिए बने हैं। इसके अलावा यहां नंदी बैल भी मौजूद है। यह मंदिर औरंगाबाद में बना हुआ है।

सोमनाथ मंदिर के बेहदी ही दिलचस्प कहानी है। जिसका सीधा संबंध प्यार से है। चंद्रमा और दक्ष प्रजापति की बेटी रोहिणी एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे। दोनों के रिश्ते में काफी परेशानी आ रही थी, लेकिन भगवान शिव दोनों को बचाने के लिए सोमनाथ में प्रकट हुए।

ओंकारेश्वर वो जगह है जहां भगवान शिव दानवो को हराने के लिए आए थे, जो कि देवों से लड़ रह थे। यह मंदिर नर्मदा नदी के किनारे बना हुआ है। यहां कई लोगो दर्शन के लिए आते हैं।

महाकालेश्वर मंदिर को भारत में सबसे फेमस ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। इस मंदिर के पीछे भी एक दिलचस्प कहनी छुपी हुई है। महाकालेश्वर सात 'मुक्ति-स्थली' में से भी एक माना जाता है।

वैद्यनाथ मन्दिर मंदिर सती के 52 शक्ती पीठों में से एक माना जाता है। इस जगह पर भगवान शिव भी प्रकट हुए थे। कई लोग यहां इसलिए दर्शन के लिए आते हैं क्योंकि यहां आते ही उनके सारे दुख मिट जाते हैं।

दीपाक्षी शर्मा :सभी को देश और दुनिया की खबरों के साथ-साथ एंटरटेनमेंट जगत से रुबरु कराने का काम करती हूं। राजनीतिक विज्ञान का ज्ञान लेकर एमए पास किया है। मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा के बाद फिलहाल पत्रकारिता कर रही हूं।