अपने अंतिम सफर पर निकले मशहूर संगीतकार खय्याम, बॉलीवुड की इन हस्तियों ने किए अंतिम दर्शन, देखिए तस्वीरें
मोहम्मद जहूर खय्याम हाशमी (Mohammed Zahur Khayyam Hashmi) को सीने में इन्फेक्शन और न्यूमोनिया की शिकायत के बाद बीती 28 जुलाई को सुजय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोमवार रात दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया।
इंडियन सिनेमा के दिग्गज म्यूजिक कंपोजर मोहम्मद खय्याम हाशमी का बीती रात निधन हो गया। रास 10 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली और दुनिया को अलविदा कहा। वह खय्याम के नाम से काफी पॉपुलर हुए हैं। (फोटोः विरल भय्यानी)
खय्याम के निधन से बॉलीवुड सहित उनके म्यूजिक सुनने के शौकीन लोगों में शोक की लहर है। उनके अंतिम दर्शन के लिए बॉलीवुड जगत की कई बड़ी हस्तियां उनके घर पहुंच रहे हैं।
खय्याम के साथ काम कर चुके गीतकार गुलजार भी उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पहुंचे। उन्होंने खय्याम को श्रद्धाजंलि दी। खय्याम ने गुलजार के लिखे कई गानों को कंपोज किया।
बॉलीवुड के पॉपुलर बैकग्राउंड सिंगर सोनू निगम ने भी दिग्गज म्यूजिक कंपोजर खय्याम को श्रद्धाजंलि देने उनके घर के पहुंचे। इस दौरान वह भावुक दिखाई दिए।
बॉलीवुड के 80 और 90 के दशक की पॉपुलर एक्ट्रेस पूनम ढिल्लो ने खय्याम को श्रद्धाजंलि दी। खय्याम ने पूनम ढिल्लो के लिए भी कई सॉन्ग कंपोज किए।
आपको बता दें कि 92 साल के खय्याम को सीने में इन्फेक्शन और न्यूमोनिया की शिकायत के बाद बीती 28 जुलाई को सुजय अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
आपको बता दें कि 92 साल के खय्याम को सीने में इन्फेक्शन और न्यूमोनिया की शिकायत के बाद बीती 28 जुलाई को सुजय अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
खय्याम का तबसे विशेष डॉक्टर की टीम देख-रेख कर रही थी। सोमवार सुबह उनकी तबियत अचानक बिगड़ गई। रात को उनके दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उनका निधन हो गया।
मोहम्मद जहूर खय्याम हाशमी का जन्म 18 फरवरी, 1927 को पंजाब में हुआ था। 17 साल की उम्र में उन्होंने अपने करियर की शुरूआत की थी। साल 1953 में उन्होंने फुटपाथ फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखा था।
खय्याम ने ‘हीर रांझा’, ‘कभी-कभी’, ‘उमराव जान’, ‘यात्रा’, ‘आखिरी खत’, ‘शोला और शबनम’, ‘नूरी’, ‘बाजार’ जैसी तमाम फिल्मों को अपनी शानदार धुनों से सजाया था।
खय्याम को अपने मनमोहक संगीत के लिए ‘फिल्मफेयर’, ‘संगीत नाटक एकेडमी अवॉर्ड’, ‘नेशनल अवॉर्ड’ और ‘पद्म भूषण’ जैसे पुरस्कारों से नवाजा गया था।
खय्याम के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी, जावेद अख्तर, लता मंगेशकर, विशाल डडलानी, सोनम कपूर सहित कई हस्तियों ने ट्वीट कर शोक जताया है।
मशहूर राइटर और गीतकार जावेद अख्तर भी खय्याम के अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पहुंचे। इस दौरान वह इमोशनल दिखाई दिए।
खय्याम के म्यूजिक का जादू पूरी लोगों की जुबां पर था। उनके द्वारा कंपोज किए गए सॉन्ग बहुत जबरदस्त होते थे। उनके सभी गाने सुपरहिट साबित होते थे।
खय्याम को कई नेशनल और फिल्मफेयर अवार्ड से सम्मानित किया गया। भारतीय सिनेमा में बतौर म्यूजिक डायरेक्टर उन्होंने अलग पहचान बनाई। उन्हें साल 2007 में संगीत नाटक अकादमी अवार्ड भी मिला।
खय्याम को साल 2011 में देश की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल के हाथों पद्म भूषण अवार्ड से सम्मानित किया गया। इसके बाद साल 2018 में उन्हें हृदयनाथ मंगेश्कर अवार्ड से नवाजा गया।
खय्याम का पूरा राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई हुई। उन्हें भारतीय तिरंगे में लपेट कर सलामी दी गई और अंतिम संस्कार हुआ।
आपको बता दें कि खय्याम को पद्मभूषण अवार्ड मिलने की वजह से राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई है। वह भले ही दुनिया को अलविदा कह गए, लेकिन लोगों के दिलों और जुबां से कभी विदा नहीं होंगे।
खय्याम के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त किया। पीएम मोदी ने लिखा कि सुप्रसिद्ध संगीतकार खय्याम साहब के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उन्होंने अपनी यादगार धुनों से अनगिनत गीतों को अमर बना दिया।
रमेश कुमार :जाकिर हुसैन कॉलेज (डीयू) से बीए (हॉनर्स) पॉलिटिकल साइंस में डिग्री लेने के बाद रामजस कॉलेज में दाखिला लिया और डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटकल साइंस में पढ़ाई की। इसके बाद आईआईएमसी दिल्ली।