Krishna Janmashtami 2019: अलौकिक छटा से भक्तों का मन मोह लेता है वृंदावन का प्रेम मंदिर, देखिए तस्वीरें
उत्तर प्रदेश के मथुरा (Mathura) के वृंदावन स्थित प्रेम मंदिर (Prem Mandir Vrindavan) में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami 2019) की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और श्रीकृष्ण की जन्मभूमि कहलाता है। इस राज्य की धरती पर अनेकों खूबसूरत मंदिर बने हुए हैं। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami 2019) के अवसर पर हम बात करेंगे मथुरा के वृंदावन स्थित प्रेम मंदिर (Prem Mandir Vrindavan) की।
पूरी दुनिया में यूपी का मथुरा और वृंदावन भगवान श्रीकृष्ण की अनोखी लीलाओं और उनके मंदिरों के लिए विख्यात है। साल 2012 में बने प्रेम मंदिर की अलौकिक छटा अनायास भक्तों को यहां आने के लिए मजबूर कर देती है।
बांके बिहारी के प्रमुख मंदिर से करीब तीन किलोमीटर दूरी पर बने प्रेम मंदिर का निर्माण कृपालु जी महाराज ने कराया था। यह मंदिर 11 साल में बनकर तैयार हुआ था।
14 फरवरी, 2001 को कृपालु जी महाराज ने स्वयं मंदिर निर्माण की पहली ईंट रखी थी। 2012 में फरवरी महीने में ही मंदिर बनकर तैयार हो गया था। प्रेम मंदिर 54 एकड़ में बना हुआ है।
प्रेम मंदिर निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान से भी कारीगर बुलाए गए थे। करीब 1000 मजदूरों और कारीगरों ने मंदिर का निर्माण किया है।
बताया जाता है कि प्रेम मंदिर बनाने में करीब 130 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च हुई थी। मंदिर को बनाने में इटैलियन मार्बल का इस्तेमाल किया गया है।
इटैलियन संगमरमर पर करीने से तराशी हुई नक्काशी मंदिर की शोभा में चार चांद लगा रही है। प्रेम मंदिर में राजस्थानी शिल्पकारी की अनूठी झलक देखने को मिलती है।
प्रेम मंदिर 122 फीट लंबा, 115 फीट चौड़ा और 125 ऊंचा है। समूचे मंदिर में पारंपरिक कला का प्रदर्शन करते 94 स्तंभ हैं। मंदिर के गर्भ गृह की दीवार 8 फीट मोटी है। शिखर, ध्वज और स्वर्ण कलश का भार इसी दीवार पर निर्भर है।
मंदिर के भीतर सजीव जान पड़ने वाली झांकियों के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण के पूरे जीवन का वर्णन किया गया है। यहां आने वाला हर श्रद्धालु इन झांकियों को देख मंत्रमुग्ध हो जाता है।
प्रेम मंदिर के भूतल में भगवान श्रीकृष्ण और राधारानी की बेहद मनमोहक प्रतिमाएं विद्यमान हैं। प्रथम तल पर भगवान श्रीराम और सीता की प्रतिमाएं हैं। मंदिर में कृपालु जी महाराज की प्रतिमा भी लगाई गई है।
प्रेम मंदिर की मोहकता रात में कई गुना तब बढ़ जाती है, जब रंग-बिरंगी रोशनियों से पूरा मंदिर नहा उठता है। पूरे परिसर में रंग बदलती लाइट्स इसकी खूबसूरती को कई गुना बढ़ा देती हैं। हर शाम को मंदिर के प्रांगण में लगे फाउंटेन को भी खोला जाता है।
बताते चलें कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी इस बार 23 और 24 अगस्त को मनाई जाएगी। प्रेम मंदिर में आराध्य के जन्मोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार करीब 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु जन्माष्टमी पर मंदिर में भगवान के दर्शनों के लिए आएंगे।
राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।