स्मिता ठाकरे के कार्यक्रम में चीफ गेस्ट थे अमिताभ बच्चन, देखिए बॉलीवुड सितारों की खास तस्वीरें

'वर्ल्ड कल्चरल डे' (World Cultural Day) से पहले स्मिता ठाकरे की संस्था 'मुक्ति करचरल हब' की ओर से रविवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan), सोनू निगम, शेखर सुमन, मान्यता दत्त सहित कई बॉलीवुड सितारों ने इस इवेंट में शिरकत की।

21 मई को होने वाले 'वर्ल्ड करचरल डे' से पहले फिल्म निर्माता स्मिता ठाकरे की संस्था 'मुक्ति करचरल हब' की ओर से रविवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

इस कार्यक्रम में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया था।

कार्यक्रम में पहुंचते ही स्मिता ठाकरे ने तिलक लगाकर अमिताभ बच्चन का स्वागत किया। तिलक लगाए जाने के दौरान अमिताभ बच्चन हाथ जोड़कर खड़े नजर आए।

सफेद कुर्ता-पायजामा और ब्लू चेक सदरी में अमिताभ बच्चन काफी अच्छे लग रहे थे। उन्होंने वहां मौजूद सभी लोगों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया।

'मुक्ति करचरल हब' के दफ्तर में शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे की भी तस्वीर नजर आई। बता दें कि स्मिता ठाकरे बाल ठाकरे के बेटे जयदेव ठाकरे की पत्नी हैं।

इवेंट के दौरान अमिताभ बच्चन और स्मिता ठाकरे के बीच काफी बातचीत हुई और इस दौरान दोनों हंसी-मजाक करते भी दिखे।

स्मिता ठाकरे इससे पहले भी कई इवेंट्स में अमिताभ बच्चन को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित कर चुकी हैं।

अमिताभ बच्चन के अलावा कार्यक्रम में बॉलीवुड के जाने-माने सिंगर सोनू निगम ने भी शिरकत की थी।

ब्लैक टी-शर्ट के साथ चेक सूट में सोनू निगम काफी डैशिंग लुक में नजर आए। सोनू अक्सर जैकेट के साथ टी-शर्ट कैरी करना पसंद करते हैं।

स्मिता ठाकरे के कार्यक्रम में कई फिल्मी हस्तियों को आमंत्रित किया गया था। अभिनेता शेखर सुमन भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वहां पहुंचे थे।

ब्राउन राउंड नेक टी-शर्ट और ग्रे एंड ब्लैक लाइनिंग पैंट के साथ लोफर्स में शेखर सुमन अपनी उम्र को मात देते दिख रहे थे।

बॉलीवुड के बाबा संजय दत्त की पत्नी मान्यता दत्त भी स्मिता ठाकरे के कार्यक्रम में पहुंची थीं।

मल्टीकलर साड़ी में मान्यता काफी अच्छी लग रही थीं। इवेंट में वह अकेले पहुंची थीं। उनके बच्चे कार्यक्रम में नजर नहीं आए।

राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।