सुषमा स्वराज को इस चीज से था बेहद ही खास लगाव, देखिए उनके बचपन से लेकर अबतक की सबसे खास तस्वीरें
सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj Biography) को एनसीसी, राजनीति और संस्कृत से काफी लगाव था। उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई संस्कृत और राजनीति में की। ग्रेजुएशन के दौरान उन्होंने एनसीसी में हिस्सा लिया और लगातार 3 साल तक बेस्ट कैडेट रहीं।
सुषमा स्वराज का जन्म हरियाणा के अंबाला कैंट में 24 फरवरी 1954 को हुआ। उनका बचपन का नाम सुषमा शर्मा था। शादी के बाद उनका नाम सुषमा स्वराज हुआ। (सभी फोटोः सोशल मीडिया)
सुषमा स्वराज ने अंबाला के सनातन धर्म कॉलेज से पढ़ाई की। वह एनसीसी की बेहतरीन कैडेट भी थीं। उन्होंने लगातार 3 बार बेस्ट कैडेट का अवार्ड भी जीता।
सुषमा स्वराज ने संस्कृत और राजनीति विज्ञान के साथ ग्रेजुएशन किया और इसके बाद पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ किया और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की।
सुषमा स्वराज ने 1970 में छात्र नेता के रूप में राजनीति में एंट्री की। 1975 में देश में आपातकाल लगाए जाने के बाद वह और एक्टिव हो गईं।
सुषमा स्वराज लोकनायक जय प्रकाश के आंदोलन का समर्थन किया और उसमें सक्रिया भागीदारी ली। इसके साथ-साथ उन्होंने इंदिरा गांधी की आलोचना की।
सुषमा स्वराज प्रैक्टिस के दौरन सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील स्वराज कौशल से 1973 में लव मैरिज की। उनके पति स्वराज कौशल सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने क्रिमिनल लॉयर हैं।
आपातकाल के खिलाफ चल रहे आंदोलन के वक्त उन्होंने तब समाजवादी नेता जॉर्ज फ़र्नांडिस की के लिए बड़ौदा डाइयनामाइट मामले में उनकी लॉयर टीम का हिस्सा थीं।
सुषमा स्वराज साल 1979 में, वह जनता पार्टी की ओर हरियाणा राज्य की अध्यक्ष बनीं। इस दौरान उन्होंने पार्टी के विस्तार और विकास के लिए काम किया।
साल 1987 से 1990 के बीच सुषमा जी भारतीय जनता पार्टी एवं लोक दल के गठबंधन वाली सरकार में हरियाणा की शिक्षा, खाद्य एवं सिविल सप्लाई मंत्री बनी।
सुषमा स्वराज भारतीय परंपरा और संस्कृति को काफी मानती थी। उन्हें अक्सर खादी और रेशमी साड़ी, माथे पर बड़ी बिंदी और लंबे सिंदूर के साथ देखा गया। वह करवाचौथ भी काफी खुशी के साथ मनाती थीं।
सुषमा स्वराज ने अंबाला के सनातन धर्म कॉलेज से पढ़ाई की। वह एनसीसी की बेहतरीन कैडेट भी थीं। उन्होंने लगातार 3 बार बेस्ट कैडेट का अवार्ड भी जीता।
रमेश कुमार :जाकिर हुसैन कॉलेज (डीयू) से बीए (हॉनर्स) पॉलिटिकल साइंस में डिग्री लेने के बाद रामजस कॉलेज में दाखिला लिया और डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटकल साइंस में पढ़ाई की। इसके बाद आईआईएमसी दिल्ली।