PHOTOS: कपूर सिस्टर्स ने ढाया हुस्न का कहर, जाह्नवी कपूर को देख ‘धड़क’ उठे दिल
Vogue Women Awards 2018)में जब कपूर एक्ट्रेस सामनें आईं तो सबके होश उड़ गए। महफिल में करीना कपूर और जाह्नवी कपूर ने तो जवां दिलों को बेचैन कर डाला।
वोग वीमेन अवार्ड्स- 2018 (Vogue Women Awards 2018) में जब कपूर एक्ट्रेस सामनें आईं तो सबके होश उड़ गए। महफिल में करीना कपूर और जाह्नवी कपूर ने तो जवां दिलों को बेचैन कर डाला। करीना कपूर के इस अंदाज ने तो सबको घायल ही कर दिया। गोल्डन गाउन में करीना का कातिल अंदाज सबको घायल कर गया।
नेकलाइन गाउन में करीना कपूर से किसी की नजर हटने का नाम नहीं ले रही थी। वैसे तस्वीर देखकर आपकी निगाहें भी वहीं जाकर टिक गई हैं। इस ड्रेस की जमकर तारीफ की गई। तालियां और वाव वाली आह सुनाई पड़ रही थी।
करीना कपूर की बाकि तस्वीरों को भी हम नीचे देखेंगे लेकिन इससे पहले धड़क फिल्म से लोगों के दिल में बसने वाले जाह्नवी कपूर और इशान खट्टर भी दिखें। इनके साथ करिश्मा कपूर भी नजर आईं। यहां पर जाह्नवी कपूर की मुस्कान और गोल्डन गाउन ने तो गजब कहर बरपाया। जिसने सामने से देखा होगा उस पर क्या असर हुआ होगा। तस्वीर तो इतनी कातिलाना है। वैसे इशान खट्टर भी कमाल के दिख रहे हैं।
करिश्मा कपूर तो उस जमाने से लेकर अब तक जलवा कायम कर रखी हैं। उधर, जाह्रनी के साथ भी कम सितम ढाती नहीं दिख रही थी। यहां पर इनको अकेले देखिए। अभी भी हुस्न की करिश्माई जादू बिखेर रही हैं। एक बार इनकी आंखों में देखिए गोविंदा के साथ वाली पुरानी करिश्मा नजर आएगी।
अब ये क्या मेल-मिलाप भी होने लगा। लगता है कि काफी दिनों बाद मुलाकात हुई है। खैर, कोई बात नहीं। इसे ही तो प्यार कहते हैं। कभी भी मिले दिल से दिल मिलाते रहना चाहिए। इनकी गले लगते तस्वीर भी कमाल की है। फोटो तो बहुत कुछ कही रही है, कुछ समझ पाए क्या।
करीना कपूर की ये तस्वीर भी देखिए। इतनी प्यारी ड्रेस में कातिलाना करीना के साथ फोटो तो बनती है। शायद यही सोच कर उनके साथ मैडम चली आईं हैं फोटो खिंचाने।
करिश्मा कपूर के इस फोटो को भी जरा देख लिजिए। अकेली कितनी मस्त दिख रही हैं।
चलिए करिश्मा कपूर और जाह्नवी-ईशान को और करीब से देख लिजिए। वैसे इतने दिनों बाद इनकी ऐसी तस्वीर मिली है तो करीब से देखना तो बनता है।
अब जाते-जाते मोस्ट स्टाइलिश अवार्ड से नवाजी जा चुकी, करीना के कजरारे आंखों के नशे को देख लिजिए।
रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.