Airport Diaries: सोते हुए अबराम खान को गोद में ले एअरपोर्ट से बाहर निकले शाहरुख़ खान

शाहरुख़ खान दुबई से अबराम खान को साथ लिए लौटे मुंबई

शाहरुख खान हाल ही में अनुष्का शर्मा के साथ दुबई में थे, जहाँ वो अपनी आगामी फिल्म जब हैरी मेट सेजल का प्रमोशन कर रहे थे| लेकिन्ह्ल में ही शाहरुख़ खान को उनके बेटे अबराम खान के साथ मुंबई एअरपोर्ट पर देखा गया| जहाँ वो अपने छोटे बेटे को गोद में उठाये हुए थे| शायद सुबह का वक़्त होने की वजह से अबराम सो रहे थे|

शाहरुख खान और अबराम खान बॉलीवुड में सबसे प्यारा पिता-पुत्रों की जोड़ी में से एक हैं|

कई बार ऐसा होता है कि अबराम शाहरुख़ खान से उनकी स्टारडम थोड़ी देर के लिए चुरा लेते हैं और सबका ध्यान अपनी तरफ खींचने में कामयाब होते हैं|

एक प्रमुख दैनिक के साथ एक साक्षात्कार में, शाहरुख ने कहा, “अबराम मेरा छोटा मोंस्टर है।”

क्या वह एक बहुत ही प्रोटेक्टिव पिता है या नहीं, इसं सवाल पर शाहरुख ने कहा, “नहीं, मैं बिल्कुल भी प्रोटेक्टिव नहीं हूं। मैं इस तरह से बात कर सकता हूं या ऐसा व्यवहार कर सकता हूं। आप उनकी रक्षा करने की तरह महसूस करते हैं, लेकिन आप उन्हें ज़िन्दगी ज़ीने का तरीका नहीं बता सकते|

आर्यन खान और सुहाना खान की तुलना में, शाहरुख अपने सबसे छोटे बेटे अबराम के साथ ज्यादा बच्चों की तरह नज़र आते हैं|

इस पर, शाहरुख खान ने कहा, “अब आपने मुझसे पहले एक प्रोटेक्टिव पिता होने के बारे में पूछा था, मुझे कहना होगा कि अबराम मेरे प्रति अत्यंत प्रोटेक्टिव है। कई बार वह मुझे देखता है कि किसी ने मुझे स्क्रीन पर मारा और वह सोचता है कि यह असली है। जब वह उनसे मिलते हैं, तो वह उन्हें गुस्से की नज़र से देखता है। दिलवाले में इंटरवल के बाद वाले सीन की वजह से उसने काजोल के साथ कुछ ऐसा ही किया था| जब हम दुबई में रा वन के राइड के लिए गए तो उसे भी ले गए थे| रईस देखने के बाद वो नवाज भाई को देखकर उनसे बहुत नाराज हो रहा था| इसके अलावा वो कूल रहता है|

मुझे लगता है उसे मेरे आसपास रहना पसंद है| सुहाना और आर्यन के उलट , वह और ज्यादा लोगों से फ्रेंडली है|

उसे मेरे फैन्स को देखकर बहुत ख़ुशी होती है| मेरे जन्मदिन पर वो हर घंटे बालकनी से बाहर आता है| लोग मेरा नाम चिल्लाते रहते हैं| वो भाग के मेरे पास आयेगा और कहता है ‘पापा, लोग आ गए हैं। चलो उनसे मिलते हैं।’ वो उन्हें (फैन्स) को ‘लोग’ कहते हैं और फिर, वह मुझे बाहर निकलता है क्योंकि उन्हें उनसे प्यार करने का आनंद मिलता है। अबराम एक स्मार्ट, बुद्धिमान बच्चा है और उसके साथ होना मज़ेदार है| उसके साथ मैं खुद भी बच्चा बन जाता हूँ| मैं उसे सारे खिलौनों को देने की कोशिश करता हूं क्योंकि कहीं न कहीं, यह मेरे अपने सपने जीने का एक तरीका है। शायद, जब मैं बच्चा था तब भी मैं उन खिलौनों को चाहता था, लेकिन हम इसे अफ़ोर्ड नहीं कर सकते थे| अब, जब मैं अबरम के साथ खेलता हूं, तो मैं उन क्षणों को जीवित करता हूं जो मैं करना चाहता था, जो संभव नहीं था|

श्रेया दुबे :खबरें तो सब देते हैं, लेकिन तीखे खबरों को मजेदार अंदाज़ में आपतक पहुंचाना मुझे बहुत अच्छा लगता है। पिछले चार साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में हूं। कुछ नया सीखने की कोशिश कर रही हूं। फिलहाल इंटरनेट को और एंटरटेनिंग बना रही हूं।