अभिनेता इरफ़ान खान अपनी दुर्लभ बीमारी ‘न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर’ के इलाज के लिए लंदन रवाना हो गए हैं। ख़बर है कि इरफ़ान रविवार को लंदन के लिए रवाना हुए और वहां कुछ महीने रह कर ट्रीटमेंट लेंगे। कुछ वक्त पहले इरफान ने एक पोस्ट शेयर करते हुए अपनी इस बीमारी का खुलासा किया था। जिसके बाद हाल ही में उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर शेयर करते हुए एक अर्थपूर्ण कविता भी लिखी है।
अपनी कविता में उन्होंने भगवान और जिंदगी की बात की है। इस कविता में उन्होंने लिखा है कि, ‘भगवान हमारे साथ चुपचाप चलता है और बहुत धीमी आवाज में हमसे बात करता है। वह एक लौ की तरह है जिसकी परछाई के नीचे आप चलते हैं। जिंदगी में जो भी हो रहा है उसे होने दें फिर चाहे वो अच्छा हो या बुरा. बस चलते रहे क्योंकि कोई भी भावना आखरी नहीं है। इसके पास ही एक जगह है जिसे जिंदगी कहते हैं। आपको इसके बारे में इसकी गंभीरता से पता चला है। मुझे अपना हाथ दो’ | यहां देखें लिखी कविता –
खैर, इरफ़ान के करीबी सूत्रों ने बताया है कि वो अमेरिका नहीं गए हैं। दरअसल लंदन में एक भारतीय मूल के डॉक्टर हैं, जो न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर पर गहन रिसर्च कर चुके हैं और वो ही इरफ़ान का पूरा इलाज करेंगे। सूत्रों ने ये भी बताया है कि उस डॉक्टर ने इरफ़ान के केस को स्टडी किया और उनके परिवार वालों को इस बात के लिए आश्वस्त भी किया है कि फिलहाल अभिनेता की जान को कोई ख़तरा नहीं है। इरफ़ान का मर्ज़ ठीक होने लायक है और इसी कारण उनके परिवार ने लंदन जाने का फैसला किया। जानकारी के मुताबिक इरफ़ान वहां कुछ महीनों तक रह कर पूरा इलाज करवाएंगे। इस बारे में अभी तक इरफ़ान के परिवार से कोई अधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।