द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर फर्स्ट रिव्यू: अनुपम खेर और अक्षय खन्ना की एक्टिंग के मुरीद हुए शेखर कपूर

अनुपन खेर (Anupam Kher) की इस फिल्म के ट्रेलर रिलीज के बाद कांग्रेस ने इसे पार्टी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) की छवि खराब करने वाली फिल्म बताई थी। फिल्म कल सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।

सिनेमाघरों में धूम मचाने के लिए अनुपम खेर की फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए महज एक दिन बचे हैं।

सिनेमाघरों में धूम मचाने के लिए अनुपम खेर की फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर कल बड़े पर्दे पर नजर आने वाली है। इस फिल्म को लेकर निर्माता शेखर कपूर ने ट्विटर पर अपनी राय साक्षा की है। इस फिल्म के ट्रेलर ने मनमोहन सिंह के जीवन को घेरते हुए कई राजनेताओं के बीच विवाद पैदा कर दिया है। शेखर कपूर ने अनुपम खेर और अक्षय खन्ना के अभिनय के तारीफों के पुल बांधे हैं।

शेखर कपूर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा है कि फिल्म में अक्षय खन्ना और अनुपम खेर के दो मजबूत प्रदर्शन को जरूर देखना चाहिए। अनुपन खेर मनमोहन सिंह के ऐसे व्यक्तिव को बखूबी दिखाया है जो वो बाहर से कमजोर हैं लेकिन अंदर से वो बहुत मजबूत हैं। फिर भी वो अंत में सिद्धांत और राजनीति एक साथ नहीं चला पाते हैं।

बताते चलें कि डॉ. मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे हैं। उन्होंने इस दौरान यूपीए का नेतृत्व किया था। मनमोहन सिंह बहुत मन बोलते थे। यूपीए के 2 के कार्यकाल के दौरान दो घोटालों ने मनमोहन सिंह को हरा दिया था। ये फिल्म इन घोटालों और उनकी मजबूरियों को दर्शाती है। इस फिल्म में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए गए हैं।

देखिए शेखर कपूर द्वारा किया गया पोस्ट…

वहीं अनुपन खेर की इस फिल्म के ट्रेलर रिलीज के बाद कांग्रेस ने इसे पार्टी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की छवि खराब करने वाली फिल्म बताई थी। इसके साथ ही कांग्रेस का ये भी आरोप था कि फिल्म में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की छवि को गलत तरह से पेश किया गया था। इस फिल्म के चलते महाराष्ट्र कांग्रेस ने मांग की थी कि फिल्म रिलीज होने के बाद स्क्रीनिंग की जाएगी। जिससे ये तय हो जाएगा कि फिल्म में कुछ गलत तथ्य नहीं दिखाए गए हैं।

देखिए फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर का ट्रेलर…

देखिए अनुपम खेर और अक्षय खन्ना के इंस्टा पोस्ट…

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।