Arjun Patiyala Review: दिलजीत- कृति की अच्छी कोशिश पर जबरन हंसाने की नाकामयाब कहानी है अर्जुन पटियाला

दिलजीत दोसांझ और कृति सेनन की फिल्म अर्जुन पटियाला (Arjun Patiala Review) आज देशभर में रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म को आप भी देखने का मन बना रहे हैं हमें पता है पर ज़रा एक नजर फिल्म रिव्यू पर भी डाल लीजिए।

अर्जुन पटियाला फिल्म का पोस्टर (फोटो इंस्टाग्राम)

फिल्म का नाम – अर्जुन पटियाला

कलाकार – दिलजीत दोसांझ, कृति सेनन, वरुण शर्मा, रोनित रॉय, पंकज त्रिपाठी

निर्देशक – रोहित जुगराज

स्टार – 2.5

दिलजीत दोसांझ और कृति सेनन की फिल्म अर्जुन पटियाला (Arjun Patiala Review) आज देशभर में रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म को आप भी देखने का मन बना रहे हैं हमें पता है पर ज़रा एक नजर फिल्म रिव्यू पर भी डाल लीजिए।

कमजोर कहानी में चार चाँद लगाने की नाकमयाब कोशिश

कहानी अर्जुन पटियाला (दिलजीत दोसांझ) की है जो एक कराटे कॉम्पटीशन जीतकर थाने का पुलिस इंचार्ज बन जाता है। अपने गुरु का सपना पूरा करने के लिए अर्जुन गुंडों का खात्मा करना शुरू कर देता है। इन सबमे अर्जुन की मदद करता है पुलिस कॉस्टेबल ओनिडा सिंह (वरुण शर्मा)। इस बीच अर्जुन को टीवी पत्रकार कृति सेनन से प्यारा हो जाता है पर ओनिडा बेचारे तो एक भैंस को ही अपनी गर्लफ्रेंड मान रहे हैं। एक दिन अर्जुन को पता चलता है कि असली डॉन तो कोई और ही है। अब अर्जुन के साथ- साथ ओनिडा और पत्रकार कृति की भी जान खतरे में आ जाती है। इन सभी को बचा पाने में अर्जुन कामयाब होता है या नहीं जानने के लिए आपको फिल्म देखने जाना होगा।

दिलजीत ने तो हंसाया पर कृति ने क्यों रुलाया

दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) अपने सीधे पन और सलीके एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं। लेकिन अर्जुन पटियाला फिल्म में उन्होंने कॉमेडी की है। जो ऐसा लगता है जैसे जबरन की गई है। जरूरी नहीं कि कॉमेडी फिल्म के लिए किसी भी हद तक जाया जा सके। कम से कम डायलॉग पर ध्यान दिया ही जा सकता था। हालांकि दिलजीत ने एक्टिंग अच्छी की है। वहीं कृति का तो कुछ पता ही नहीं चला कि उन्हें इस फिल्म के लिए कास्ट ही क्यों किया गया। अगर कृति (Kriti Sanon) फिल्म में हैं तो ठोस चीजे भी दिखानी चाहिए थी। एक बात समझ में नहीं आई। पंकज त्रिपाठी और रोनित रॉय जैसे एक्टरों को फिल्म में लिया गया है तो कम से कम उनसे उनके लेवल का काम तो ले लिया होता।

सीधी बात नो बकवास

कहानी पर काम करने की बहुत जरुरत थी। कई सीन जबरन घुसेड़े गए हैं। इस फिल्म को स्कूप बनाने के चक्कर में स्कूप वाली फिल्मों के साथ ना इंसाफ़ी हो गई। कभी कभी किरदार सीधे ऑडियंस से बात करने लगते थे तो कभी स्क्रीन पर कुछ डायलॉग लिखकर आ आ जाते थे जिन्हे आंखे घुसेड़कर पढ़ना पड़ता था। ज्यादा क्या लिखे आप खुद ही समझदार हैं।

देखें अर्जुन पटियाला फिल्म का ट्रेलर 

धर्मेंद्र दुबे :मेरा नाम धर्मेंद्र दुबे है। फिल्म जगत की खबरें आप तक पहुंचना मेरा काम है। अजय देवगन ने मेरे लिए कहा था, 'तुम एक अच्छे पत्रकार ही नहीं बल्कि एक अच्छे इंसान भी हो'।