Badhaai Ho V/S Namaste England: कौन सी Movie है पैसा वसूल? जानिए FILM Review

इस हफ्ते दोनों फिल्मों में से किसी एक को देखने का प्लान बना रहे हैं तो हम ये बता देते हैं कि कौन सी फिल्म होगी है पैसा वसूल और किसे देखना होगा फिजूल!

हर हफ्ते कई फिल्म रिलीज होती हैं ऐसी ही इस हफ्ते बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हुई है आयुष्मान खुराना कि फिल्म ‘बधाई हो’ और अर्जुन कपूर की ‘नमस्ते इंग्लैंड’। अब आप अगर इस हफ्ते दोनों ही फिल्मों में से किसी एक को देखने का प्लान बना रहे हैं तो हम मदद कर देते हैं और ये बता देते हैं कि कौन सी फिल्म होगी है पैसा वसूल और किसे देखना होगा फिजूल!

‘बधाई हो’

डायरेक्टर अमित रविंद्रनाथ शर्मा ने फिल्म तेवर के बाद बॉलीवुड में ‘बधाई हो’ के साथ कमबैक किया है। रविंद्रनाथ अमित की फिल्म ‘तेवर’ हालांकि पर्दे पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई थी। लेकिन ‘बधाई हो’ के ट्रेलर ने ही लोगों के बीच फिल्म देखने का एक्साइटमेंट बढ़ा दिया है। फिल्म कल यानी 18 अक्टूबर को बड़े पर्दे पर रिलीज हो रही है। चलिए हम आपको बताते है फिल्म की कहानी…

फिल्म की कहानी शुरू होती है दिल्ली के कौशिक परिवार से। जहां पिता (गजराज राव), मां(नीना गुप्ता) और बेटा नकुल (आयुष्मान खुराना) एक घर में साथ में रह रहे होते हैं। नकुल को रेने (सान्या मल्होत्रा) से प्यार होता है। रेने और नकुल का प्यार सातवें आसमान पर होता है। लेकिन अचानक नकुल के घर में कुछ ऐसा हो जाता है। जिससे नकुल की जिंदगी में भूचाल आ जाता है। दरअसल नकुल की मम्मी प्रेग्नेंट हो जाती है। इसके चलते फिल्म की कहानी में बहुत उतार चढ़ाव देखने को मिलते हैं।

नकुल की मम्मी की प्रेग्नेंसी को लेकर इलाके में खुश-फुश होने लगती है। जिसको लेकर पड़ोसियों द्वारा तंज का किस्सा भी शुरू हो जाता है। हालांकि फिल्म में आगे क्या होता है। उसके लिए आपको ये फिल्म देखनी होगी। फिलहाल फिल्म के ट्रेलर में जो चीजे नजर आईं हैं फिल्म उसी लिहाज से आगे दिखाई गई है।

फिल्म का स्क्रीन प्ले जबरदस्त है। फिल्म फर्स्ट हॉफ तक आपको पूरा बांधे रहती है। फिल्म की कहानी लीक से हटकर है। जो आपको कहीं भी बोरियत महसूस नहीं करवाएगी। फिल्म कॉमेडी के साथ सेकेंन्ड हॉफ में थोड़ा मैलों ड्रामा देखने को मिलता है। यानी की यदि आप थोड़ा इमोशनल नेचर के हैं तो हो सकता है फिल्म देखने के दौरान आप रो भी दें। फिल्म में मिडिल क्लास के लोग खुद को जरूर कनेक्ट कर लेगें।

फिल्म में किरदारों का अभिनय कलाकारों ने जबरदस्त तरीके से निभाया है। फिल्म में आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) के साथ सान्या मल्होत्रा (Sanya malhotra) नीना गुप्ता और गजराज राव ने कमरतोड़ एक्टिंग की। इसके साथ ही फिल्म का टाइटल ट्रेक जबरदस्त है।

‘नमस्ते इंग्लैंड’

फिल्म ‘नमस्ते लंदन’ की अपार सफलता के बाद एक बार फिर ‘नमस्ते इंग्लैंड’ के साथ निर्देशक विपुल अमृत लाल शाह ने बॉक्स ऑफिस पर वापसी की है। इस फिल्म से परिणीति चोपड़ा और अर्जुन कपूर लंबे अर्से के बाद एक साथ पर्दे पर नजर आए हैं। इस फिल्म की कहानी थोड़ी-थोड़ी वरुण धवन की बद्रीनाथ की दुल्हनियां से मिलती जुलती है। लेकिन अर्जुन कपूर और परिणीति चोपड़ा की कहानी थोड़ी नई है। फिलहाल चलिए हम बात करते है फिल्म की कहानी पर…

फिल्म पंजाब से शुरू होती है। जहां जसमीत (परिणीति चोपड़ा) अपने दादा जी के घर में रह रहीं होती हैं। जसमीत अपने दोस्तों के साथ मिलकर कोई न कोई बहाना दादा जी को बताती रहती हैं ताकि वो घर से बाहर रह सकें। क्योंकि जसमीत का परम (अर्जुन कपूर) के साथ अफेयर चल रहा होता है। जसमीत ज्वैलरी डिजाइनर बनाना चाहती हैं। जबकि उसके दादा जी का मानना होता है कि लड़कियां सिर्फ घर संभालने के लिए होती हैं। जसमीत के दादा जी पुराने ख्यालों के होते हैं जिनकी सोच से बहुत अलग जसमीत की सोच होती है।

जसमीत और परम घर वालों की मर्जी से शादी तो कर लेते हैं। लेकिन जसमीत अपने करियर में कुछ करना चाहती है। इसके चलते वो अपने सपने पूरे करने के लिए लंदन जाना चाहती हैं। जबकि परम को जसमीत के साथ पंजाब से भी प्यार होता है। परम जसमीत को पंजाब में रहकर ही सपने पूरे करने के लिए कहते हैं। इस दौरान फिल्म में कई सारें ट्विस्ट और टर्न आते हैं। फिल्म में परम एक डॉयलॉग बोलते हैं कि ‘औरत का अफेयर एक मर्द से नहीं एक शहर से हैं’ हालांकि जसमीत परम को छोड़कर चली जाती है। जसमीत के लिए परम लदंन पहुंच जाते हैं। अब देखना ये हैं कि आखिर परम जसमीत को वापस पंजाब ला पाते हैं या नहीं, इसके लिए आपको ये फिल्म देखनी होगी।

फिल्म में सपोर्टिंग किरदार निभाते हुए आदित्य सील,अलंक्रिता सहाय, अनिल मंगे और मल्लिका दुआ नजर आएंगे। फिल्म का डॉयरेक्शन कमजोर है। कहानी में भी कुछ नयापन नहीं है। लेकिन फिल्म के गाने बेहतर हैं। हालांकि फिल्म में अर्जुन कपूर और परिणीति चोपड़ा ने अपने-अपने किरदार के साथ न्याय किया है।

वेल अब इन दोनों फिल्मों में से कौनसी फिल्म देखनी चाहिए? आपके इस सवाल का जवाब है ‘बधाई हो’।

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।