Friday Review: घिसी पीटी कहानी, लेकिन खूब हंसाएगी गोविंदा की ये फिल्म

फाइनली पर्दे पर फिल्म फ्राइडे से गोविंदा कमबैक कर रहें हैं। इस फिल्म से 'डॉली की डोली' बनाने वाले डायरेक्टर अभिषेक डोगरा भी वापसी कर रहें हैं।

कलाकार- गोविंदा, वरुण शर्मा, संजय मिश्रा और दिगंगना सूर्यवंशी
निर्देशक- अभिषेक डोगरा
मूवी टाइप- कॉमेडी, ड्रामा
अवधि- 1 घंटा 54 मिनट

आज शुक्रवार है और फाइनली पर्दे पर फिल्म फ्राइडे से गोविंदा कमबैक कर रहें हैं। इस फिल्म से ‘डॉली की डोली’ बनाने वाले डायरेक्टर अभिषेक डोगरा भी वापसी कर रहें हैं। फिल्म में एक्टर वरूण शर्मा नजर आएंगे। वहीं छोटे पर्दे में वीरा के किरदार निभाने वाली दिगांगना सूर्यवंशी इस फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू कर रहीं हैं। अभिषेक डोगरा ने फिल्म में कास्टिंग काफी अलग की है। चलिए फिलहाल आपको बताते हैं फिल्म की कहानी…

फिल्म दिल्ली में रहने वाले राजीव छाबड़ा (वरुण शर्मा) से शुरू होती है। जो कि पानी प्यूरीफायर बेचता है। लेकिन वो अपने इस काम से बेहद ही परेशान रहता है। क्योंकि उसका प्यूरीफायर बिकता ही नहीं है। इस जुगाड़ के चलते उसकी मुलाकात थियेटर के कलाकार गगन कपूर(गोविंदा) से हो जाती है। गगन शादीशुदा है लेकिन उनकी गर्लफ्रेंड बिंदु (दिगांगना सूर्यवंशी) है। वो भी शादीशुदा हीं हैं। फिल्म में मामला घर वाली बाहर वाली टाइप का होता है। फिल्म राजीव गगन और बिंदु के इर्द-गिर्द घूमती रहती है। इस दौरान फिल्म में कई दिलचस्प मोड़ भी आते है। जिसको देखने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।

फिल्म की कहानी पुराने जमाने के गोविंदा की कहानी से मिलती-जुलती है। अभिषेक ने फिल्म को डायरेक्शन अच्छा दिया है। कहानी में डॉयलॉग मजेदार हैं। जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे। फिल्म में वरूण ने शानदार अभिनय किया है। गोविंदा की कॉमेडी हमेशा की तरह मस्त है। फिल्म के गाने भी कुछ खास कमाल नहीं करते हैं। कुल मिलाकर अच्छे कलाकारों की दमदार एक्टिंग के बावजूद फिल्म की कहानी घिसी-पिटी साबित होती है। इसके चलते हम इस फिल्म को मूवी मीटर के हिसाब से 35% देते हैं।

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।