कलाकार- काजोल, रिद्धि सेन, तोता रॉय चौधरी, नेहा धूपिया
निर्देशक- प्रदीप सरकार
मूवी टाइप- ड्रामा
अवधि- 2 घंटा 9 मिनट
बॉलीवुड में मां बेटे के रिश्ते को लेकर ना जाने कितनी ही फिल्में बनीं हैं। लेकिन काजोल की हेलीकॉप्टर ईला नए जमाने वाली मॉम और सन के बीच की बॉन्डिंग यानी मानसिकता के बदलाव की कहानी है। इसमें बदलते समय के अनुसार स्पेस की मांग की गई है। सिंपल सी बात बस ये है कि बेटे को अपनी लाइफ में मम्मी की हर बात में दखलअंदाजी नहीं चाहिए होती है। जोकि आज के जमाने में हमारे समाज का आइना भी है। खैर चलिए हम बात करते हैं सीधे फिल्म की कहानी पर…
फिल्म की कहानी सिंगल मदर ईला(काजोल) और उसके बेटे विवान(तोता रॉय चौधरी) पर ही अधारित है। ईला अपने बेटे को लेकर बहुत ज्यादा पॉजिटिव होती है। यानी कि जरूरत से ज्यादा ही केयर करती हैं। दोनों मां-बेटे की आपस में अच्छी बनती है। लेकिन बदलते वक्त के साथ मां का ये प्यार बेटे के लिए घुटन बन जाता है, और वो अपनी मां से अलग लाइफ जीना चाहता है।
जिसमें उनकी दखलअंदाजी कतई न हो। इस सब के बीच खूब सारा मेलो ड्रामा देखने को मिलता है। ईला बेटे से अलग अपनी पहचान के लिए निकल पड़ती हैं। आगे क्या होता है, क्या ईला और उसके बेटे विवान के बीच बढ़ती दूरियां कम होती है! या ये एक दूसरे से दूर चलें जाते हैं। इसे जानने के लिए आपको देखनी होगी पूरी फिल्म।
फिल्म का स्क्रीनप्ले और डायलॉग्स शानदार है। फिल्म में एडिटिंग थोड़ी फास्ट है। जिससे दर्शकों को बोरियत तो कतई महसूस नहीं होती। फिल्म में काजोल और तोता रॉय चौधरी के अलावा रिद्धि सेन, नेहा धूपिया और जाकिर हुसैन भी अपने किरदारों में जोरदार अभिनय करते हुए नजर आते हैं। फिल्म के गाने भी अच्छे हैं। हेटीकॉप्टर ईला इसी धागे की खूबसूरत कहानी है। ये एक परिवारिक फिल्म है जिसे मूवी मीटर के हिसाब से हम देते हैं 50%।