7 सितंबर यानी आज बॉक्स ऑफिस पर दो तरह की फिल्में रिलीज़ हुई है लैला मजनू और पल्टन| दोनों ही फिल्में एक दूसरे से बेहद अलग हैं| एक तरफ लैला मजनू प्रेम की कहानी है| और इसमें बॉलीवुड के चेहरे नज़र आने वाले हैं वहीँ पलटन में बॉलीवुड और टीवी के तमाम जाने माने चेहरों को लिया गया है| अब आप अगर इस हफ्ते दोनों ही फिल्मों में से किसी एक को देखने का प्लान बना रहे हैं तो हम मदद कर देते हैं और बता देते यहीं कि कौनसी फिल्म होगी है पैसा वसूल और किसे देखना है फ़िज़ूल!
सबसे पहले बात करें लैला मजनू’ की तो इसकी कहानी सभी जानते हैं| कैस यानी मजनू और लैला की ये कहानी एक नहीं कई बल्कि बार परदे पर आ चुकी है| इस बार भी ‘लैला मजनू’ की कहानी वही है| इसमें भी क़ैस और लैला एक दूसरे से बेहद प्यार करते हैं, लेकिन इनकी प्रेम कहानी में फैमिली का ट्विस्ट आता है और 2 परिवारों की दुश्मनी की वजह से लैला की शादी कहीं और हो जाती है| इसके बाद शुरू होती है कहानी और लैला की दीवानगी में क़ैस दर-दर भटकता है और पागल हो जाता है|
अब आप सोच रहे होंगे कि जब फिल्म यही है तो इसमें नया क्या है? तो बता दें इस फ़िल्म में नई है इसकी पटकथा| इस फ़िल्म को आज के दौर के हिसाब से लिखा गया है| साथ ही साथ कश्मीर की सुंदर वादियों में लैला और मजनू के प्यार की शुरुआत को दिखाया गया है| फिल्म में लैला आज की लड़की है जो फ़्लर्ट करती है| वहीँ मजनू का अंदाज़ भी कूल है| लैला और मजनू के रोल को अविनाश शर्मा और तृप्ति डिमरी ने अच्छे से निभाया है| पहली ही फिल्म में दोनों ने बेहतरीन परफॉरमेंस दी है|
फ़िल्म का पहला भाग आपको कहानी में जल्दी जल्दी आगे बढ़ाएगा| इसमें छेड़छाड़, लैला मजनू का एक दूसरे के लिए पीछा करना, एक दूसरे से छुप-छुप कर मिलना दिखाया गया है| वहीँ फ़िल्म के दूसरे भाग में इमोशन को अच्छे तरह से परदे पर उतारा गया है| एक दूसरे के लिए तड़प को अच्छे से पेश किया गया है| फिल्म में कई सीन्स ऐसे हैं जो आपका दिल छू लेंगे| अच्छी सिनेमेटोग्राफी है और अच्छा बैकग्राउंड म्यूजिक भी है|
लेकिन लैला मजनू का पहला भाग जो आज की जेनेरेशन का लगता है वहीँ दूसरा भाग कहीं न कहीं बेतुका लगता है| ऐसा लगता है कि फ़िल्म को जबरदस्ती खिंचा गया है| इस फ़िल्म का संगीत भी साधारण ही है| लैला मजनू एक बहुत ही पुरानी प्रेम कहानी है जिसको नए ढंग से परदे पर उतारने की अच्छी कोशिश है | इसलिए आप ये फिल्म देख सकते हैं|
वहीँ बात करें जे पी दत्ता की फिल्म पल्टन की तो इसमें अगर आप बॉर्डर और एल ओ सी कारगिल जैसा मसाला ढूंढ रहे हैं तो शायद आप निराश हो जाए| हालाँकि रोमांटिक फिल्मों से अलग मूवीज देखने के शौक़ीन लोगों खासकर नौजवानों के लिए ये एक जरूरी फिल्म है| ये फिल्म भारत में हुए बड़ी घटना और एक इतिहास के बारे में है लेकिन अगर आपको देश के इतिहास और भूगोल से कुछ लेना देना है है तो ये फिल्म आपके लिए नहीं है|
इस फिल्म में ढेरो सितारे हैं| सोनू सूद, गुरूमीत चौधरी, हर्षबर्धन राणे सिद्धांत कपूर और लव सिन्हा जैसे कलाकरों ने मुख्य भूमिका निभाई है| सैनिकों की प्रेमिकाओं, बीवी के रोल में ईशा गुप्ता, सोनल चौहन और दीपिका कक्कड़ हैं, लेकिन उन्हें इस फिल्म में कुछ खास करने का मौका नहीं मिला है| हालांकि एक्टिंग के मामले में हर्षवर्धन राणे, गुरुमीत चौधरी और लव सिन्हा आपको दंग कर देंगे|
फिल्म के गाने और डायलॉग भी कुछ खास नहीं है साथ ही साथ कहानी को जिस तरह से दिखाया गया है वो आपको थोड़ा बोर कर सकती है|
तो इन दोनों फिल्मों में से कौनसी फिल्म देखनी चाहिए? आपके इस सवाल का जवाब है लैला मजनू!