Mohalla Assi Film Review : बनारसी रस से सराबोर पर असल मुद्दों से भटकती है सन्नी देओले की फिल्म

फिल्म फेमस काशीनाथ सिंह की किताब 'काशी का अस्सी' पर आधारित है। चंद्रप्रकाश द्विवेदी के निर्देशन में बनी फिल्म 'मोहल्ला अस्सी'...

कलाकार- सनी देओल, साक्षी तंवर, रवि किशन सौरभ शुक्ला, मुकेश तिवारी, सीमा आजमी, राजेन्द्र गुप्ता, अखिलेंद्र मिश्रा

निर्देशक- डॉक्टर चंद्रप्रकाश द्विवेदी

फिल्म टाइप- ड्रामा

अवधि- 2 घंटा 24 मिनट

फेमस काशीनाथ सिंह की किताब ‘काशी का अस्सी’ पर फिल्म आधारित है। चंद्रप्रकाश द्विवेदी के निर्देशन में बनी फिल्म ‘मोहल्ला अस्सी’ में धर्म को लेकर आस्था दिखाई गई हैं। इस फिल्म में बनारस शहर को बिल्कुल अलग तरीके से ही दिखाया गया है। चंद्रप्रकाश द्विवेदी के निर्देशन की फिल्म 2019 के सबसे गंभीर मुद्दे पर बात करती दिख रही है। अयोध्या राम मंदिर को लेकर इस फिल्म ने बहस छेड़ दी है। इसके साथ ही काशी के पंडितों के जीवन को दिखाती है।

फिल्म में धर्मनाथ पांडेय (सनी देओल) (Sunny deol )पुरोहित और संस्कृत अध्यापक हैं। धर्मनाथ सिद्धांतवादी होते हैं इसी के चलते विदेशी सैलानियों की घुसपैठ के सख्त खिलाफ होते हैं। उनका अपने इलाके में इतना डर होता है कि कोई चाहकर भी अस्सी मोहल्ले में विदेशी किराएदार नहीं रह पाते हैं। वो फिल्म में एक डॉयलॉग कहते हैं, कि गंगा मैया को विदेशियों का स्वीमिंग पूल नहीं बनने देंगे।

रवि किशन फिल्म में टूरिस्ट गाइड का किरदार निभाते हैं। जो धर्मनाथ पांडेय को अक्सर चिढ़ाते रहते हैं। फिल्म में कई उतार-चढ़ाव ऐसे आते हैं कि धर्मनाथ पंड़ित अपने वसूलों को दरकिनार करके खुद से समझौता करने के लिए तैयार हो जाते हैं। वहीं फिल्म में एक चाय की दुकान का भी जिक्र किया गया है। इसमें एक डॉयलॉग होता है जिसमें कहते हैं देश में दो ही सभा चलती है। एक है संसद में एक पप्पू चाय वाले के यहां। फिल्म में अयोध्या मंदिर विवाद दिखाया गया है। साथ ही फिल्म में अलग अलग धर्म के बारें में दिखाया गया।

बताते चलें कि कोर्ट के ऑडर के चलते ये फिल्म लंबे वक्त से रिलीज नहीं हो पाई थी। और इसी के चलते 2015 में ये फिल्म लीक भी हो गई थी।

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।