बॉक्स ऑफिस पर दो फ़िल्में रिलीज हुई हैं। एक विवेक ओबेरॉय ( Vivek Oberoi ) की पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और दूसरी अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) की इंडिया मोस्ट वांटेड ( India’s Most Wanted)। हम जानते हैं कि आप इन फिल्मों को देखने का मन बना रहे हैं लेकिन ज़रा रुक जाइए सरकार। ये भी जान लीजिए कि फिल्म बनी कैसी है और आपको ये फिल्म देखनी चाहिए या नहीं !
पीएम नरेंद्र मोदी फिल्म की कहानी इंट्रेस्टिंग है
चलिए तो सबसे पहले बात कर लेते हैं फिर एक बार देश के प्रधानमंत्री बन रहे नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) साहब की बायोपिक फिल्म पीएम नरेंद्र मोदी की। नरेंद्र दामोदार दास मोदी जो कि विवेक ओबेरॉय (Vivek Oberoi Movie) हैं वो बचपन में माता-पिता के साथ रेल्वे स्टेशन पर चाय बेचने में मदद करते हैं। बचपन से ही देशभक्ति और लोगों की सेवा करने की भावना उन्हें परिवार छोड़कर सन्यासी बनने के लिए मज़बूर कर देती है। यहां उन्हें अपने गुरू से शिक्षा मिलती है। जिसके बाद देश की सेवा करने के लिए वे धीरे-धीरे राजनिती की दुनिया में कदम रखता हैं। यहां से शुरू होता है नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने का जटिल सफ़र। आगे जाकर वह किन मुसीबतों का सामना करते हैं और किस तरह से लोगों के दिलों में जगह बना पाते हैं जानने के लिए आपको फिल्म देखने जाना होगा।
फ़िल्मी पत्रकारों ने लिखा – मोदी जी की कहानी के साथ न्याय नहीं हुआ
इस फिल्म को लेकर पत्रकारों ने कुछ ख़ास रिव्यू नहीं लिखे हैं। लोगों को तो गुस्सा आ रहा है ये देखकर कि नरेंद्र मोदी के जीवनी की वाट लगा दी है विवेक ओबेरॉय ने। हालांकि बन्दे ने एक्टिंग अच्छी की है पर पैसा कमाने के चक्कर में तीन महीने में ही फिल्म बनकर रिलीज कर डाली। शायद इस फिल्म का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन ठीक- ठाक हो भी जाए पर इस फिल्म को खुद नरेंद्र मोदी साहब देख लें ना तो उनके चेहरे से हंसी गायब हो जाएगी।
अर्जुन कपूर की फिल्म में है शाहरुख़ खान का जिक्र
चलिए अब बात कर लेते हैं अर्जुन कपूर की फिल्म इंडिया मोस्ट वांटेड की। अर्जुन कपूर की इंडिया मोस्ट वांटेड फिल्म की कहानी आतंकवादी यासीन भटकल (Yasin Bhatkal) पर आधारित है। यासीन भटकल ने देश के कई शहरों में लगातार सीरियल धमाके किए थे और अलग- अलग नाम बदलकर छुपा करता था। एक बार तो खामियाजा बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान को भी उठाना पड़ा था। चूकिं यासीन भटकल ने एक बार शाहरुख़ नाम का भी इस्तमाल किया था जिसकी वजह से बादशाह को अमेरिका में एयरपोर्ट पर रुका कर उनसे काफी घंटे पूछताछ की गई थी।
इंडिया मोस्ट वांटेड फिल्म की कहानी
अर्जुन कपूर (प्रभात) (Arjun Kapoor Movie) एक खुफिया अफसर हैं जिसका नेटवर्क कमाल का है। अर्जुन चाहते हैं कि वे यासीन भटकल को खोज निकाले जिस खबर की उनको टिप भी मिलती है पर आधिकारिक तौर पर अर्जुन कपूर को दिल्ली से परमिशन नहीं मिलती। ऐसे में अपनी आदत के अनुसार बिना किसी परमिशन के अपने एक सीनियर की मदद से अर्जुन अपने साथियों के साथ मिशन पर निकल जाते हैं। ख़ास बात ये है कि अर्जुन के सारे साथी अपनी जान पर खेलने को तैयार हैं पर उनके पास ना ही हथियार है। ना किसी का समर्थन है और ना ही पैसे। ऐसे में दूसरे देश जाकर आतंकवादी को पकड़ने में अर्जुन कामयाब होते हैं या नहीं ? और उन्हें किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जानने के लिए आपको फिल्म देखने जाना होगा।
दोस्तों… अर्जुन कपूर ने भी निराश कर दिया है। ऐसा लगा जैसे उनसे जबरन एक्टिंग कराई गई हो। एक लाइन में इंडिया मोस्ट वांटेड फिल्म का रिव्यू आपको दें तो बता दें कि अर्जुन कपूर के सर्जिकल स्ट्राइक में जोश नहीं दिखा जबकि कहानी भी कमजोर दिखी।
वीडियो में देखें विवेक ओबेरॉय ने कैसे किया था मुश्किलों का सामना