फिल्म – सिम्बा
निर्देशक– रोहित शेट्टी
कलाकार – रणवीर सिंह, सारा अली खान, अजय देवगन, आशुतोष राणा, सोनू सूद, सिद्धार्थ जाधव
फिल्म रेटिंग- 3.5/5
फिल्म रिव्यू- इस साल जिन बड़ी फिल्मों का इंतज़ार बेसब्री से था उनमे से एक है ‘सिम्बा’। रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी फिल्म ‘सिम्बा’ आज देशभर में रिलीज हो चुकी है। रणवीर सिंह और सारा अली खान की इस फिल्म को अगर आप देखने का मन बना रहे हैं तो ज़रा रुकिए जनाब। फिल्म देखने से पहले ‘सिम्बा’ का रिव्यू तो पढ़ लीजिए।
कहानी
सिम्बा फिल्म की कहानी एक ऐसे भ्रस्ट पुलिस अफसर की है, जिसकी दुनिया तब बदल जाती है जब उसकी मुंह बोली बहन का बलात्कार हो जाता है। चलिए कहानी आपको थोड़ी संक्षेप में बताते हैं। पुलिस इंस्पेक्टर संग्राम भालेराव (रणवीर सिंह) जो कि एक भ्रष्ट ऑफिसर है उसका तबादला गोवा में हो जाता है। लेकिन रणवीर सिंह को ये हिदायत मिलती है कि वो जो कुछ करना चाहे कर सकता है पर गोवा के दबंग बाहुबली दूर्वा रानाडे (सोनू सूद) के रास्ते नहीं आना है क्योंकि दूर्वा रानाडे किसी को छेड़ता नहीं पर कोई उसके रास्ते आए तो वो किसी को छोड़ता नहीं।
पुलिस स्टेशन के ठीक सामने शगुन (सारा अली खान) लोगों को खाना खिलाने यानि टिफिन बनाने का व्यसाय करती है। लेकिन जब भालेराव की निगाहें शगुन से मिलती है तो दोनों में प्यार हो जाता है। कहानी में ट्वीस्ट तब आता है जब भालेराव की मुंह बोली बहन आकृति, दूर्वा रानाडे के ड्रग्स के व्यापार का भांडा फोड़ना चाहती पर उसका बलात्कार कर हत्या कर दी जाती है। अब क्या भालेराव अपनी बहन का बदला बाहुबली दूर्वा रानाडे से ले पाता है? आखिर सिंघम अजय देवगन की एंट्री किस जगह और क्या ख़ास काम करने के लिए होती है? इन सवालों के जवाब के लिए आपको ‘सिम्बा’ फिल्म देखने जाना होगा।
अभिनय
‘सिम्बा’ यानि संग्राम भालेराव के एक्टिंग में रणवीर सिंह ने बता दिया कि वे इस साल के ज़ीरो नहीं बल्कि हीरो हैं। कॉमेडी टाइमिंग, रोमांस तड़का, एक्शन और डायलॉग जब भी रणवीर ने बोले सीटियां ही बजी हैं। सारा अली खान का अभिनय देखकर ऐसा लगता नहीं कि उनकी ये दुसरी फिल्म है। कॉन्फिडेंस कमाल का भरा पड़ा है।
हमेशा की तरह विलेन के किरदार में सोनू सूद ने अपना 100% दिया है। आशुतोष राणा की जितनी तारीफ की जाए कम है। बॉलीवुड के सिंघम अजय देवगन ने जैसे एंट्री की रणवीर को लोग भूल गए। एक समय तो ऐसा लगा जैसे हम ‘सिम्बा’ नहीं बल्कि ‘सिंघम’ देख रहे हैं.
डायरेक्शन
अपनी स्टाइल रोहित शेट्टी ने फिल्म सिम्बा में भी दिखाई है। कलरफुल स्क्रीन, कॉस्ट्यूम, मराठी टोन वाले सवांद, गाड़ियों का कमाल, कॉमेडी, सभी पर अंत तक पकड़ रही। सही मायने में कहें तो ‘सिम्बा’ फिल्म के बाद दूसरे कलाकार ये चाहेंगे कि रोहित शेट्टी के साथ कम से कम एक फिल्म कर ही लें।
कमियां
सिंबा के फर्स्ट हाल्फ बहुत ही ज्यादा खींचा गया है। कहानी और भी बेहतर लिखी जा सकती थी। बाकी सब ठीक है।
ख़ासियत
साऊथ फिल्मों की तरह ‘सिम्बा’ फिल्म मसाले से भरपूर है। एक बार देख सकते हैं। पैसा वसूल है। फिल्म के अंत में आपको सरप्राइज़ भी मिलने वाला है। आप चौक जाएंगे इसकी गैरेंटी है।
नीचे पढ़िए कुछ नामचीन फिल्म समीक्षकों की राय…