The Sky Is Pink Movie Review: प्रियंका चोपड़ा ने फरहान अख्तर की ही फिल्म क्यों चुनी? बात समझ आ गई, आप भी जानिए

बॉलीवुड की देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा फरहान अख्तर के साथ द स्काई इज पिंक (The Sky Is Pink) नामक फिल्म लेकर इस हफ्ते बॉक्स ऑफिस पर आ रही हैं। पूरे तीन साल बाद प्रियंका बॉलीवुड में एंट्री ले रही हैं। आप सोचिए... सलमान खान की भारत फिल्म ना कर प्रियंका ने स्काई इज पिंक फिल्म को चुना। आखिर ऐसी क्या ख़ास बात है इस फिल्म में। हम जानते हैं कि ऐसे सवाल आपके जहन में भी घूम रहे होंगे। आप इस फिल्म को देखें उससे पहले जान लीजिए हिंदी रश डॉट कॉम द स्काई इज पिंक के लिए कैसा रिव्यू लिख रहा है ?

द स्काई इज पिंक फिल्म का दृश्य (फोटो इंस्टाग्राम)

फिल्म का नाम – द स्काई इज पिंक
स्टार कास्ट – फरहान अख्तर, प्रियंका चोपड़ा, जायरा वसीम, रोहित सराफ
डायरेक्टर – शोनाली बोस
स्टार – 3.5

कहानी इमोशनल है, रुलाती भी है, हंसाती भी है

द स्काई इज पिंक फिल्म की कहानी फिल्म में अहम् किरदार निभा रही जायरा वसीम (आयशा चौधरी) की कहानी है। जायरा (Zaira Wasim) ही अपनी आवाज में फिल्म की कहानी बता रही हैं। प्रियंका चोपड़ा (अदिति) और फरहान अख्तर (नीरेन चौधरी) जायरा के माता- पिता हैं और रोहित सराफ (ईशान चौधरी) बड़े भाई की भूमिका में हैं। ख़ास बात ये है कि फिल्म के शुरुवात में ही जायरा ने बता दिया कि वो मर चुकी है लेकिन उसे आप भुत- प्रेत ना समझें क्योंकि वो जहां भी है बहुत खुश है। बचपन से ही जायरा को pulmonary fibrosis नाम की जानलेवा बीमारी है। अपनी बेटी का इलाज करवाने के लिए प्रियंका (Priyanka Chopra) और फरहान (Farhan Akhtar) को विदेश तक जाना पड़ता है जबकि इनके पास वहां जाने के लिए टिकट के पैसे तक नहीं होते। विदेश में पहुंच कर पता चलता है कि नन्ही सी आयशा को बचाने के लिए एक सौ बीस पाउंड की जरुरत है। जैसे तैसे लोगों से मदद लेकर जायरा का ऑपरेशन तो हो जाता है लेकिन डॉक्टर के अनुसार 18 साल तक जायरा (आयशा) को अपना सफल इलाज करवाने के लिए विदेश में ही रहना है। ऐसे में फरहान को कभी इंडिया तो कभी विदेश का भर्मण करना पड़ता है। इस बीच कड़ी मेहनत के साथ फरहान और प्रियंका यानी चौधरी फॅमिली पैसे वाली फॅमिली बन चुकी होती है। बावजूद इसके आयशा की जान नहीं बचती। गौरतलब है कि ये फिल्म सच्ची कहानी पर बनाई गई है।

द स्काई इज पिंक का मतलब क्या है ?

एक सवाल आपके मेरे जहन में उठ रहा होगा कि फिल्म का नाम स्काई इस पिंक ही क्यों रखा गया है जबकि आसमान तो नीला होता है। इसकी एक खास वजह है, जो अदिति (प्रियंका चोपड़ा) अपने बेटे ईशान का समझाती है। एक सीन के दौरान अदिति बनी प्रियंका कहती है कि आपके स्काई का रंग जो आप चाहे वो हो सकता है। अगर आपको ये पिंक लगता है तो ये पिंक ही है। कोई और आपके लिए आपके आसमान का रंग तय नहीं कर सकता है। और यही वजह है कि फिल्म का नाम द स्काई इज पिंक रखा गया है।

अभिनय के मामले में दिल जीत लिया प्रियंका- फरहान ने

प्रियंका चोपड़ा और फरहान अख्तर अब आप जब भी साथ देखेंगे आपको लगेगा कि आप एक पति- पत्नी से ही मिल रहे हैं। दोनों की केमेस्ट्री इस फिल्म में कमाल की लग रही है। प्रियंका का हंसना, बोलना, रोना, गुस्सा होना सबकुछ रियल सा लग रहा है। सही मायने में प्रियंका ने इस फिल्म के साथ बॉलीवुड में एंट्री करके बड़ी ही समझदारी वाली बात की है। फरहान की जितनी भी तारीफ़ की जाए कम है। जायरा वसीम ने कभी हंसाया तो कभी खूब रुलाया। बड़ी ही क्यूट सी बेटी का किरदार निभाने में काफी हद तक सफल रहीं। रोहित सराफ (Rohit Saraf) ने भी अपना 100% दिया है। एक प्यार करने वाले भाई के किरदार को उन्होंने खूब जिया।

डायरेक्शन कमाल तो सब धमाल

द स्काई इज पिंक फिल्म का डायरेक्शन शोनाली बोस ने किया है। शोनाली इससे पहले मार्गरिटा विद ए स्ट्रॉ जैसी जबरदस्त फिल्म दे चुकी हैं। डायरेक्टर के रूप में शोनाली की तारीफ करनी ही होगी। किसी भी फिल्म का निर्माण करना एक सन्देश देना होता है। इस फिल्म के साथ लोगों को अहम् सन्देश देने का काम करने में शोनाली कामयाब। फिल्म में सिर्फ आयशा की कहानी ही नहीं, बल्कि निरेन (फरहान) और अदिति (प्रियंका) के रोमांस और शादी के बाद की जिंदगी को बहुत अच्छी तरह से दर्शाया गया है।

एक्सक्लूसिव वीडियो में देखें द स्काई इज पिंक स्टार कास्ट के साथ धमाल इंटरव्यू 

धर्मेंद्र दुबे :मेरा नाम धर्मेंद्र दुबे है। फिल्म जगत की खबरें आप तक पहुंचना मेरा काम है। अजय देवगन ने मेरे लिए कहा था, 'तुम एक अच्छे पत्रकार ही नहीं बल्कि एक अच्छे इंसान भी हो'।