साल 1974 में रिलीज हुई ‘अंकुर’ शबाना आज़मी की डेब्यू फिल्म थी। पहली ही फिल्म से शबाना ने अपनी एक्टिंग का जादू दर्शकों पर बिखेर दिया।
अंकुर
शबाना आज़मी की हिट फिल्मों में 'स्पर्श' भी टॉप लिस्ट में आती है। साल 1980 में रिलीज हुई सई परांजपे के निर्देशन में बनी फिल्म दर्शकों को खूब पसंद आई।
मासूम
साल 1975 में रिलीज हुई 'निशांत' शबाना आज़मी की हिट फिल्मों में से एक है। फिल्म का निर्देशन श्याम बेनेगल ने किया था।
निशांत
साल 1982 में रिलीज हुई फिल्म 'अर्थ' शबाना आजमी के लिए करियर में मील का पत्थर साबित हुई। इस फिल्म के लिए शबाना आज़मी दूसरी बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित की गई।
अर्थ
फिल्म 'फायर' साल 1996 में रिलीज हुई। शबाना आज़मी ने राधा नामक युवती का किरदार निभाया था। समलैंगिकता पर भारत में बनी यह अपनी तरह की पहली फिल्म थी। फिल्म में बेहतरीन अदाकारी के लिए शबाना को शिकागो फिल्म फेस्टिवल में सम्मानित किया गया था।
फायर
1999 में रिलीज हुई फिल्म 'गॉडमदर' में शबाना आजमी ने एक लेडी डॉन का किरदार निभाया था। ऐसी महिला जो अपने पति की मौत के बाद माफिया राजनीतिक व्यवस्था में व्याप्त करप्शन को उखाड़ फेंकती है। शानदार अभिनय के लिए उन्हें शबाना को नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
गॉडमदर
साल 1984 में गौतम घोष की फिल्म 'पार' रिलीज़ हुई, जिसने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काफी ख्याति अर्जित की। फिल्म में शबाना के अभिनय की काफी प्रशंसा की गई।
पार
फिल्म 'मंडी' शबानी आज़मी की टॉप फिल्मों में शुमार की जाती है। श्याम बेनेगल के डायरेक्शन वाली इस फिल्म में शबाना ने रुकमिणी बाई का किरदार निभाया था, जो वेश्यालय चलाती है। इस किरदार को रियलिस्टिक बनाने के लिए शबाना ने वजन भी बढ़ाया था।
मंडी
अनुराग अक्सर सामाजिक मुद्दों पर बेबाकी से राय रखते हैं। अनुराग ने हाल ही में अपना ट्विटर अकाउंट डिलीट कर दिया। उन्होंने अपने परिवार की चिंता का हवाला देते हुए ऐसा कदम उठाया।
स्वामी
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