पर आधारित हैं ये फ़िल्में

किसान की समस्या

February16, 2021

लगान

आमिर ख़ान की इस फ़िल्म में आज़ादी से पहले कैसे अंग्रेज़ किसानों से लगान वसूली के नाम पर उनका दमन करते थे ये दिखाया गया है।

आशुतोष गोवारिकर के निर्देशन में बनी फ़िल्म लगान को ऑस्कर के लिए भेजा गया था। फिल्म को दर्शकों का भरपूर प्यार मिला।

बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर ख़ान के प्रोडक्शन में बनी मूवी पीपली लाइव को फैंस ने खूब पसंद किया था।

पीपली लाइव

इसमें ग़रीबी से जूझते किसानों पर देश की मीडिया की फूहड कवरेज पर व्यंयग किया गया था। इसे अनुषा रिज़वी ने डायरेक्ट किया था।

मनोज कुमार ने 'उपकार' से जमकर प्रशंसा हासिल की। फिल्म में उन्होंने लीड रोल भी किया था।

उपकार

'उपकार' फिल्म में जय जवान जय किसान के नारे झलक देखने को मिलती है। फ़िल्म में एक ऐसे किसान की कहानी है जो अपने भाई को उच्च शिक्षा दिलवाने के लिए सब कुछ क़ुर्बान कर देता है।

'कड़वी हवा' का निर्देशन नीला माधब पांडा ने किया। इस फ़िल्म में रणवीर शौरी, संजय मिश्रा, तिलोत्तमा शोम जैसे दिग्गज कलाकार थे।

कड़वी हवा

'कड़वी हवा' में देश में पड़ने वाले सूखे से परेशान किसान की कहानी है।

गिरीश कर्नाड, स्मिता पाटिल, नसीरुद्दीन शाह और अमरीश पुरी जैसे कलाकारों से सजी इस फ़िल्म में भारत की श्वेत क्रांति को दिखाया गया है।

मंथन

'मंथन' में दिखाया गया है कि कैसे किसानों ने पाई-पाई जोड़कर एक आंदोलन को क्रांति में तब्दील करते हैं। इसे 1977 में बेस्ट फ़िल्म का नेशनल अवार्ड मिला था।

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