एक बार पुणे के फिल्म इंस्टीट्यूट की कैंटीन में सारे दोस्त बैठे हुए थे, जब उनके एक दोस्त ने नसीर पर हमला कर दिया तब ओम पुरी ने ही तुरंत हॉस्पिटल ले जाकर उनकी जान बचाई थी।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान 19 साल के नसीरुद्दीन शाह को 34 साल की पाकिस्तानी महिला परवीन से प्यार हो गया था। दोनों ने 1969 में शादी भी कर ली थी। ये रिश्ता महज 10 महीने ही चला।
नसीरुद्दीन शाह और पाकिस्तानी महिला परवीन की 'हीबा शाह' नाम की एक बेटी भी है, जिसे कई फिल्मों में देखा जा चुका है।
नसीरुद्दीन शाह ने हिन्दी फिल्मों के साथ ही तमिल, कन्नड़, बांग्ला, उर्दू और इंग्लिश फिल्म इंडस्ट्री में भी अपना वर्चस्व स्थापित करने की हमेशा पूरी कोशिश की।
100 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके नसीरुद्दीन शाह ने डायरेक्शन में भी हाथ आजमाया है।
नसीरुद्दीन शाह ने साल 2006 में 'यूं होता तो क्या होता' नामक फिल्म का निर्देशन किया था।
नसीरुद्दीन शाह को कई बड़े सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है। कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्म श्री और पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है। नसीरुद्दीन शाह को 3 बार नेशनल अवॉर्ड भी मिल चुका है।
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