एक समय पर पैसों कि परेशानी के चलते अनिल कपूर ने राज कपूर के गेराज में काम किया था।
अनिल कपूर के पिता स्वर्गीय सुरिंदर कपूर हिन्दी सिनेमा की मशहूर एक्ट्रेस नरगिस और गीता बाली के मैनेजर हुआ करते थे।
हॉलीवुड की जानी मानी टीवी ' सीरीज 24' को इंडियन वर्जन के तौर पर पेश किया गया जिसमें अनिल कपूर लीड रोल में नजर आए।
अनिल कपूर ने पहली बार अपनी आवाज में गाना गाया था फिल्म 'चमेली की शादी' में, उसके बाद फिल्म 'वो सात दिन' के भी गीत 'तेरे बिना मैं नहीं' में भी अनिल ने आवाज दी थी।
बॉलीवुड इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले अनिल कपूर ने फिल्म 'हमारे तुम्हारे' में एक बहुत छोटा सा किरदार किया था।
साल 1984 में अनिल कपूर ने सुनीता कपूर से शादी की। दोनों की प्रेमकहानी किसी फिल्मी लवस्टोरी से कम नहीं है। दोनों की बातचीत एक प्रैंक कॉल से हुई थी।
मि. इंडिया का रोल सबसे पहले अमिताभ बच्चन को ध्यान में रखकर लिखा गया था, लेकिन अमिताभ को स्क्रिप्ट पसंद नहीं आई थी। इसके बाद यह रोल राजेश खन्ना का ऑफर हुआ था लेकिन उन्होंने भी मना कर दिया, इसके बाद यह फिल्म अनिल कपूर की झोली में आई।
एक समय में अनिल कपूर को पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट में दाखिला देने के इनकार कर दिया गया था। अनिल लिखित परीक्षा में फेल हो गए थे, लेकिन इन बातों से वे कमजोर नहीं पड़े। आज वे एक्टिंग के क्षेत्र में बड़ा नाम हैं।
मूंछों वाला हीरो कहे जाने वाले 'अनिल कपूर' ने पहली बार, 1991 में रिलीज हुई फिल्म 'लम्हे' के लिए अपनी मूंछें मुंडवा दी थीं।
अनिल कपूर दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं। उन्हें फिल्म पुकार और गांधी माई फादर के लिए नेशनल अवार्ड मिल चुका है। उन्हें अब तक छह बार फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
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