Femina Miss India 2020 में उत्तर प्रदेश की मान्या सिंह फर्स्ट रनर अप रहीं।
मान्या सिंह ने बताया कि कैसे रिक्शा चालक की बेटी मिस इंडिया के स्टेज तक पहुंच सकती है।
मान्या सिंह के पिता रिक्शा चालक हैं। ऐसे में मान्या को सब कुछ हाथ में नहीं मिला। उसके लिए उन्होंने कड़ी महनत की।
अपने परिवार की तस्वीरों के शेयर करते हुए मान्या ने लिखा 'मैंने भोजन और नींद के बिना कई रातें बिताई हैं। मैं कई दोपहर मीलों पैदल चली।
मान्या सिंह ने काफी संघर्ष किया है। उन्होंने बताया कि मेरे माता-पिता ने अपने जेवर गिरवी रखे, जिससे मैं डिग्री के लिए परीक्षा फीस दे सकें।
मान्या सिंह ने बताया कि वह 14 साल की उम्र में, मैं घर से भाग गई थीं।
मान्य ने अपने संघर्ष की कहानी बताते हुए कहा कि "मैं किसी तरह दिन में अपनी पढ़ाई पूरी करने में कामयाब रही। शाम को बर्तन साफ किया करती थी और रात में कॉल सेंटर में काम किया।"
वीएलसीसी फेमिना मिस इंडिया 2020 के मंच पर पहुंचने का श्रेय मान्या अपने माता-पिता और भाई को देती हैं।
मान्या ने अपनी लाइफ को लेकर बताया कि "मेरे पास जितने भी कपड़े थे, वो खुद से सिले हुए थे।"
मान्या अपनी कहानी बताते हुए अपनी पोस्ट में लिखा है "मैंने स्थानों तक पहुंचने के लिए घंटों पैदल चलती जिससे रिक्शे का किराया बचा सकूं।'
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