Ahoi Ashtami 2019 Date: अहोई अष्टमी का व्रत आज पूरे विधि विधान के साथ रखा जा रहा है। इस दिन अहोई माता की पूजा की जाती है। इस दिन किए गए उपाय आपकी जिंदगी में आई सारी परेशानी दूर कर सकते हैं। अहोई अष्टमी के दिन महिलाएं व्रत रखकर संतान की रक्षा और दीर्घायु के लिए दुआ मांगती है, जिनकी संतान नही है वो ये व्रत रख सकती हैंं।
अहोई अष्टमी 2019 शुभ मुहूर्त
अहोई अष्टमी व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 42 मिनट से शाम 06 बजकर 59 मिनट तक का है। अहोई अष्टमी व्रत कार्तिक कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। जिनकी संतान दीर्घायु न होती हो या गर्भ में ही नष्ट हो जाती हो वो भी व्रत को रख सकती हैं। ये उपवास आयुकारक और सौभाग्यकारक होता है। अहोई अष्टमी व्रत कार्तिक कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। इस दिन अहोई माता (पार्वती) की पूजा की जाती है।
अहोई अष्टमी 2019 का व्रत रखते वक्त कुछ चीजों का ध्यान रखा जाता है जोकि निम्न हैं…
- सुबह जल्द उठकर अहोई की पूजा (Puja) का संकल्प लें।
- होई माता की छवि गेरु या फिर लाल रंग से दीवार पर बनाए
- सूर्यास्त के बाद तारे निकलने पर पूजन आरम्भ करें
- पूजा की सामग्री में एक चांदी या सफ़ेद धातु की अहोई ,चांदी की मोती की माला , जल से भरा हुआ कलश , दूध-भात, हलवा और पुष्प , दीप आदि जरुर रखें।
- पहले अहोई माता की , रोली , पुष्प,दीप से पूजा करें , उन्हें दूध भात अर्पित करें।
- फिर हाथ में गेंहू के सात दाने और कुछ दक्षिणा (बयाना) लेकर अहोई की कथा सुनें।
- पूजा हो जाने के बाद माला गले में पहने और गेंहू के दाने सासु मां को देकर उनसे आशीर्वाद लें।
- अब चन्द्रमा को अर्घ्य देकर ही खाना खाए।
- चांदी की माला को दीवाली के दिन निकाले और जल के छींटे देकर सुरक्षित रख लें।