23 साल की ऐश्वर्या पिस्से ने जीता मोटरस्पोर्ट्स वर्ल्ड कप, बनीं इस खिताब को जीतने वाली पहली भारतीय महिला

बेंगलुरु की रहने वालीं 23 साल की ऐश्वर्या पिस्से (Aishwarya Pissay) ने इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों से अपना नाम लिख दिया है। ऐश्वर्या मोटरस्पोर्ट्स वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं।

ऐश्वर्या पिस्से बेंगलुरु की रहने वाली हैं। (फोटो- ट्विटर)

23 साल की ऐश्वर्या पिस्से (Aishwarya Pissay) ने मोटरस्पोर्ट्स में विश्व कप जीतकर इतिहास रच दिया है। ऐश्वर्या ने हंगरी के वरपालोटा में आयोजित चैंपियनशिप में भाग लिया था। मोटरस्पोर्ट्स से जुड़े इंटरनेशनल मोटरसाइकलिंग फेडरेशन (एफआईएम) वर्ल्ड कप के आखिरी राउंड में महिला श्रेणी में जीत हासिल कर उन्होंने अपना नाम भारत के इतिहास में सुनहरे अक्षरों से दर्ज कर लिया। मोटरस्पोर्ट्स में वर्ल्ड कप जीतने वाली वह पहली भारतीय महिला हैं।

ऐश्वर्या पिस्से मूल रूप से कर्नाटक के बेंगलुरु की रहने वाली हैं। एफआईएम वर्ल्ड कप का पहला राउंड दुबई में हुआ था। ऐश्वर्या ने यह राउंड अपने नाम किया था। वह पुर्तगाल में तीसरे नंबर पर रही थीं। स्पेन में ऐश्वर्या पांचवें और हंगरी में चौथे पायदान पर रहीं। वर्ल्ड कप चैंपियनशिप में उन्होंने कुल 65 अंकों के साथ वीमेन कैटेगरी में पहले स्थान पर कब्जा जमाया।

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स्पेन में हुए मुकाबले के बाद पुर्तगाल की रीटा से ऐश्वर्या पिस्से महज चार अंक आगे थीं। उस मुकाबले के बाद वह 52 अंकों और रीटा 48 अंकों के साथ खिताब की मजबूत दावेदार मानी जा रही थीं। हंगरी में हुए आखिरी मुकाबले में ऐश्वर्या ने चौथा स्थान हासिल कर अंकों के गणित में पहले नंबर पर जगह बनाई। जीत के बाद दुनियाभर से ऐश्वर्या को बधाई मिल रही है।

बताते चलें कि ऐश्वर्या पिस्से की बचपन से ही मोटरस्पोर्ट्स में दिलचस्पी रही है। ऐश्वर्या का साल 2017 में एक्सीडेंट हो चुका है। इस हादसे में उनकी कॉलर बोन टूट गई थी। कई घंटों चली सर्जरी में उनकी कॉलर बोन को स्टील की प्लेट लगाकर 7 स्क्रू की मदद से जोड़ा गया था। वह करीब 2 महीने हॉस्पिटल में एडमिट रही थीं। ऐश्वर्या का एक और एक्सीडेंट हुआ था, हालांकि इसमें उनको ज्यादा चोट नहीं आई थी।

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राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।