अजित पवार ने लॉकडाउन खुलने पर रेल मंत्री से कामगारों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

अजित पवार (Ajit Pawar) ने रेल मंत्री से मांग की है कि 3 मई को लॉकडाउन खत्म होने के बाद दूसरे राज्यों के कामगारों और मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए स्पेशल ट्रैन चलाई जाए।

लॉकडाउन खुलने पर कामगारों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग (इंस्टग्राम)

कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। दिन ब दिन मरीजों की संख्या बढ़ते देख सरकार भी लॉकडाउन हटाने से थोड़ी कतरा रही है। ऐसे में मजदूर लोग जो अपने घर वापस लौटने के लिए ट्रैन खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, उनके लिए महाराष्ट्र के डेप्युटी सीएम अजित पवार ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को चिट्ठी लिखा है। उस चिट्ठी में अजित पवार (Ajit Pawar) ने रेल मंत्री से मांग की है कि 3 मई को लॉकडाउन खत्म होने के बाद दूसरे राज्यों के कामगारों और मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए स्पेशल ट्रैन चलाई जाए।

हाल ही में हमने मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर हज़ारों की तादात पर मजदूरों की भीड़ देखी थी जो अपने घर लौटने के लिए इकठ्ठा हुए है। यह 3 मई के बाद फिर से ना हो इस मुद्दे को ध्यान में रखते हुए अजित पवार ने रेल मंत्री को स्पेशल ट्रैन चलाने की गुजारिश की है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Aditanath) भी कह चुके हैं कि अगर दूसरे राज्यों की सरकारें लोगों को ले जाना चाहें तो वह उन्हें भेजने का इंतजाम करेंगे।

अजित पवार ने मांग की है कि दूसरे राज्यों के लोगों को ले जाने के लिए मुंबई और पुणे से स्पेशल ट्रेन चलाई जाएं। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता अजित पवार ने पीयूष गोयल को लिखे पत्र में कहा कि महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासी कामगार लॉकडाउन खत्म होने के बाद अपने घरों को जाने के लिए बड़ी संख्या में बाहर निकल सकते हैं। उन्होंने कहा कि इससे कानून-व्यवस्था की समस्या खड़ी हो सकती है।

अजित पवार ने अपने चिट्ठी में बांद्रा प्रोटेस्ट के बारे में जिक्र किया है। उन्होंने लिखा है, ‘कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए लोगों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाया जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद रेल मंत्रालय की ओर से स्पेशल ट्रेन चलाई जाए।’

गरीबों और मजदूरों का ख़ास ध्यान रखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने 5-5 किलो चावल और गेहू मुफ्त में बाते है और कई जगह पर कम कीमतों में राशन की दुकानों पर मिल रहे है। वहीँ अजित पवार ने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने यूपी, बिहार और अन्य राज्यों के कामगारों और प्रवासी मजदूरों के लिए रहने और खाने का इंतजाम किया है। उन्होंने कहा कि लगभग साढ़े छह लाख कामगार राज्य सरकार के आश्रय गृहों में रह रहे हैं और उनको खाना खिलाया जा रहा है।