अप्रैल फूल मनाने से पहले जानिए आखिर क्यों मनाया जाता है ये दिन, इस तरह से हुई थी इसकी शुरुआत

अप्रैल फूल डे की शुरुआत फ्रांस से हुई थी। 1582 के वक्त हर एक यूरोपियन देश में जूलियन कैलेंडर छोड़कर ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक लोगों को चलने के लिए कहा गया था।

अप्रैल फूल डे मनाने के पीछे की वजह ( फोटो साभार- इंस्टाग्राम)

कई सालों से लोग 1 अप्रैल को अप्रैल फूल या फिर प्रैंक डे के तौर पर मनाते आ रहे हैं, लेकिन क्या आप लोगों को पता है कि ये दिन आखिर क्यों मनाया जाता है। वैसे इसके पीछे एक नहीं बल्कि कई कहानियां छुपी हुई हैं। इसके साथ ही क्या आपको पता है कि इस दिन की शुरुआत कब हुई थी? इस दिन का महत्व क्या है? यदि नहीं तो चलिए इन सवालों का जवाब हम आपको देते हैं।

सबसे पहले बात करते हैं इससे जुड़ी पहली कहानी की। कहा जाता है कि अप्रैल फूल डे की शुरुआत फ्रांस से हुई थी। 1582 के वक्त हर एक यूरोपियन देश में जूलियन कैलेंडर छोड़कर ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक लोगों को चलने के लिए कहा गया था। यानी ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक नए साल की शुरुआत 1 अप्रैल से नहीं बल्कि 1 जनवरी से होती है। उस समय कुछ लोग इसे नहीं मानते थे। तो वहीं, कुछ लोगों को इस बारे में पता ही नहीं था। ऐसे में जो लोग जनवरी में नया साल मनाते थे उन्हें बाकी लोग अप्रैल फूल कहते थे। इसके बाद से लोग एक दूसरे को बेवकूफ बनाने लगे और धीरे-धीरे करके ये चीज पूरे यूरोप में फैल गई। इसके अलावा फ्रांस के अंदर इस दिन को फिश डे के तौर पर भी मनाया जाता है। इस दिन छोटे-छोटे बच्चे कागज की मछली बनकर एक दूसरे की पीठ पर चिपका कर ये दिन मानते हैं।

दूसरी कहानी है बेहद दिलचस्प

इसके साथ ही अप्रैल फूल डे का जिक्र सबसे पहले 1392 में ज्यॉफ्री सॉसर्स ने अपनी किताब केंटरबरी टेल्स के अंदर किया था। ऐसा कहा जाता है कि इंग्लैंड के राजा रिचर्ड द्वितीय और बोहेमिया की रानी एनी की सगाई की तारीफ 32 मार्च को होने का ऐलान किया गया था, जिसे कुछ लोगों ने सही मान लिया था और वह इसी के चलते बेवकूफ बन गए और तभी से ये दिन मूर्ख दिवस के तौर पर सेलिब्रेटि किया जाता है।

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दीपाक्षी शर्मा :सभी को देश और दुनिया की खबरों के साथ-साथ एंटरटेनमेंट जगत से रुबरु कराने का काम करती हूं। राजनीतिक विज्ञान का ज्ञान लेकर एमए पास किया है। मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा के बाद फिलहाल पत्रकारिता कर रही हूं।