देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी अब नहीं रहे| दिल्ली के एम्स में गुरुवार को 93 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। यूरिन इन्फेक्शन की शिकायत के बाद 11 जून को उनको एम्स में भर्ती कराया गया था| हालत बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था|
अटल बिहारी वाजपेयी की हालत की सूचना मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्दज एम्स पहुंचे। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू उनका हालचाल लेने गुरुवार की सुबह 6.30 बजे एम्स पहुंचे| उनके अलावा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह सहित कई केंद्रीय मंत्री भी पहुंचे।
बताते चलें कि साल 2009 में भी अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत बहुत बिगड़ गई थी। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी जिसके बाद कई दिन तक उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। हालांकि, थोड़े समय बाद वो ठीक हो गए| इसके बाद ऐसी रिपोर्ट्स आयी कि वाजपेयी लकवे के शिकार हैं।
इस वजह से वे किसी से बोलते नहीं थे। बाद में उन्हें स्मृति लोप हो गया। उन्होंने लोगों को पहचानना भी बंद कर दिया। अटल जी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में हुआ था| उन्होंने साल 1999 से लेकर 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री का कार्यकाल संभाला|
अटल बिहारी वाजपेयी के पास अपनी अनोखी भाषणकला थी| उनकी मनमोहक मुस्कान व विचारधारा के साथ ठोस फैसले लेने की क्षमता ने भारत व पाकिस्तान के मतभेदों को दूर करने की दिशा में प्रभावी पहल की थी| पोखरण का परीक्षण उनके सबसे बड़े फैसलों में से एक माना जाता है|