सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में अयोध्या (Ayodhya Hearing) में रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद (Ram Mandir Babri Masjid Case) मामले में आखिरी सुनवाई चल रही है। लंच के बाद एक बार फिर सुनवाई शुरू हुई। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच जोरदार बहस हुई। हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह की ओर से अदालत में दलील देते ही बहस शुरू हो गई। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में एक किताब पेश की, जिसपर मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने ऐतराज जताया। राजीव धवन ने सुनवाई के दौरान एक नक्शा भी फाड़ दिया।
विकास सिंह ने जिस किताब को बतौर अतिरिक्त दस्तावेज कोर्ट के सामने रखा था, वह पूर्व आईपीएस किशोर कुणाल की किताब थी। किताब सौंपते ही राजीव धवन ने कहा कि अगर यह किताब कोर्ट को दी जाएगी, तो वह सवालों के जवाब नहीं देंगे। जिसके बाद चीफ जस्टिस रंजन गोगोई (CJI Ranjan Gogoi) ने कहा, ‘ठीक है आप जवाब मत दीजिए।’
चीफ जस्टिस के आदेश पर फाड़ा नक्शा
राजीव धवन के नक्शा फाड़ने की बात सोशल मीडिया पर वायरल होते ही उन्होंने अदालत में कहा कि उन्होंने मुख्य न्यायाधीश के आदेश के बाद ही नक्शा फाड़ा था। वह इसे फेंकना चाहते थे। चीफ जस्टिस ने कहा कि आप चाहें तो इसे फाड़ सकते हैं। जिसके बाद उन्होंने ऐसा किया। विकास सिंह ने दलील देते हुए कई किताबों का हवाला दिया।
ऑक्सफोर्ड की किताब का किया जिक्र
हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह ने ऑक्सफोर्ड की किताब का जिक्र करते हुए कहा कि इस किताब में श्रीराम के जन्मस्थान की पुष्टि की गई है। जिसके बाद राजीव धवन ने उनसे कहा कि आपने अदालत का मजाक बनाकर रख दिया है। दोनों वकीलों के बीच तीखी बहस हुई। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने इसपर नाराजगी जाहिर की। फिलहाल बुधवार शाम 5 बजे तक बहस खत्म हो जाएगी।