केंद्र की मोदी सरकार द्वारा SC/ST एक्ट में संशोधन कर उसे मूल स्वरूप में बहाल करने की वजह से सवर्ण समुदाय के लोगों ने इस विरोध में 6 सितंबर को भारत बंद का आह्वान कर दिया है| पिछली बार भारत बंद एससी/एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में दलित संगठनों ने 2 अप्रैल को भारत बंद किया था| जिसके बाद हिंसा मध्य प्रदेश के ग्वालियर और चंबल संभाग में बहुत भरी मात्रा मरीन हिंसा हुई थी| यही वजह है कि इस बार मध्य प्रदेश प्रशासन ने भारत बंद को देखते हुए अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर ली है| भारत बंद को देखते हुए मध्य प्रदेश के तीन जिलों मुरैना, भिंड एवं शिवपुरी में धारा 144 लगा दी गई है| भारत बंद ख़त्म होने के बाद यानी 7 सितंबर को इस धारा को हटाया गया है|
सवर्णों ने क्यों किया है भारत बंद?
केंद्र सरकार द्वारा एससी/एसटी एक्ट में संशोधन किए जाने के विरोध में सवर्ण समाज, करणी सेना, सपाक्स एवं अन्यों लोगों द्वारा भारत बंद का आह्वान कर दिया गया है| आज से ‘भारत बंद’ किया गया है| इस बीच, ब्रह्म समागम सवर्ण जनकल्याण संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेन्द्र शर्मा ने कहा है कि वो एससी/एसटी एक्ट के विरोध में 6 सितंबर को शांतिपूर्ण भारत बंद का समर्थन करेंगे|
क्या है SC-ST Act?
बता दें अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लोगों पर होने वाले अत्याचार और भेदभाव को रोकने के उद्देश्य से अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अधिनियम साल 1989 में बनाया गया था| जम्मू कश्मीर को छोड़कर पूरे देश में इस एक्ट को लागू किया गया| इस अधिनियम के तहत इन लोगों को समाज में एक समान दर्जा दिलाने के लिए कई प्रावधान किए गए और इनकी मदद के लिए जरूरी उपाय दिए गए थे| इन पर होनेवाले अपराधों की सुनवाई के लिए विशेष व्यवस्था की गई ताकि ये अपनी बात खुलकर रख सके|
सुप्रीम कोर्ट ने SC/ST एक्ट में लाये थे ये बदलाव
सुप्रीम कोर्ट ने एससी/एसटी एक्ट में कुछ बदलाव करते हुए कहा था कि इन मामलों में तुरंत गिरफ्तारी नहीं की जाएगी| कोर्ट ने कहा था कि शिकायत मिलने के बाद तुरंत मुकदमा भी दर्ज नहीं किया जाएगा| शीर्ष न्यायालय ने कहा था कि शिकायत मिलने के बाद डीएसपी स्तर के पुलिस अफसर द्वारा शुरुआती जांच की जाएगी| डीएसपी शुरुआती जांचने के बाद यह नतीजा निकालेंगे कि इस शिकायत के मुताबिक क्या कोई मामला बन रहा है या सिर्फ किसी तरीके से झूठे आरोप लगाकर उस व्यक्ति को फंसाया जा रहा है? दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने इस एक्ट के बड़े पैमाने पर गलत इस्तेमाल की बात को कहते हुए ये बदलाव किया था| उन्होंने कहा था कि इस मामले में सरकारी कर्मचारी अग्रिम जमानत के लिए आवेदन कर सकते हैं|
यहाँ जानिए क्या है देशभर के राज्यों का हाल
बिहार
बंद को लेकर बिहार में असर साफ़ देखा जा सकता है| बिहार के खगड़िया में सवर्णों के समूह ने NH31 पर जाम लगा दिया है और लोग मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं| यहां पर उनका कहना है कि देश में SC/ST कानून में अगर जल्द से जल्द बदलाव नहीं किया गया तो इससे भी बड़ा आंदोलन पूरे देश में होगा|
मध्यप्रदेश
भारत बंद को देखते हुए मध्यप्रदेश के भिंड, ग्वालियर, मोरेना, शिवपुरी, अशोक नगर, दतिया, श्योपुर, छत्तरपुर, सागर और नरसिंहपुर में धारा 144 लागू की गई है| यहाँ तक कि पेट्रोल पंप, स्कूल, कॉलेज आज बंद रहेंगे|
राजस्थान
राजस्थान में सर्व समाज संघर्ष समिति ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जातियों को आपस में लड़ाना चाहती है| राजस्थान में बाजार, स्कूल बंद है| भारत बंद का असर वहां पर आज से दिखना शुरू हो गया है|
उत्तर प्रदेश
भारत बंद को देखते हुए उत्तर प्रदेश में कुल 11 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है| इसके अलावा उत्तर प्रदेश के संभल और मुजफ्फरनगर में भी धारा 144 लागू कर दी गई है|