लोकसभा चुनाव 2019: बाबुल सुप्रियो की कार में तोड़फोड़, तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों पर आरोप

पश्चिम बंगाल के आसनसोल से बीजेपी उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो की कार में तोड़फोड़ की गई है। सुप्रियो ने सीएम ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों पर कार को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।

बाबुल सुप्रियो आसनसोल से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। (फोटो- एएनआई)

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए चौथे फेज की वोटिंग जारी है। आज कुल 72 सीटों पर मतदान हो रहा है, जिनमें पश्चिम बंगाल की भी 8 लोकसभा सीटें भी शामिल हैं। इस दौरान आसनसोल समेत कई जगहों पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प की खबरें लगातार मिल रही हैं। आसनसोल से बीजेपी उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो की कार में तोड़फोड़ की गई। टीएमसी कार्यकर्ताओं पर कार को नुकसान पहुंचाने का आरोप है।

बाबुल सुप्रियो आज सुबह से ही क्षेत्र के तमाम पोलिंग बूथ पर खुद जाकर नजर रख रहे हैं। कई जगहों पर चुनाव अधिकारियों और टीएमसी कार्यकर्ताओं से उनकी कहासुनी भी हुई। कई इलाकों में ईवीएम में गड़बड़ी की भी खबरें मिल रही हैं। इसी दौरान बाबुल सुप्रियो की कार पर कुछ लोगों ने हमला बोल दिया। हमले में उनकी कार का पिछला शीशा क्षतिग्रस्त हो गया।

केंद्रीय मंत्री और उनके समर्थकों को किसी तरह की चोट लगने की कोई खबर नहीं है। बाबुल सुप्रियो का आरोप है कि सीएम ममता बनर्जी की पार्टी के लोग पोलिंग बूथ पर अराजकता कर रहे हैं। कई पोलिंग बूथ पर फोर्स तैनात नहीं की गई है। टीएमसी कार्यकर्ता वोटरों को प्रभावित कर रहे हैं। सुप्रियो ने टीएमसी की गुंडागर्दी की शिकायत चुनाव आयोग से की है।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सहित कई बीजेपी नेताओं ने पश्चिम बंगाल के हालातों पर चिंता जाहिर की। स्मृति ईरानी ने कहा कि टीएमसी की गुंडागर्दी का जवाब अब जनता देगी। बताते चलें कि आसनसोल में बीजेपी के बाबुल सुप्रियो के सामने टीएमसी ने मुनमुन सेन को चुनावी मैदान में उतारा है। साल 2014 में मुनमुन सेन ने पश्चिम बंगाल की बांकुरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और 8 बार के सीपीआई सांसद बासुदेव आचार्य को मात दी थी।

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राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।