500 साल पहले मर चुकी लड़की के शरीर में आज भी बहता है खून, वैज्ञानिकों के लिए बनी पहली

धरती के नीच विज्ञानकों को न जाने अब तक कितनी अजीबों गरीब और अनोखी चीजें प्राप्त हो चुकी हैं।

दुनिया में कुछ चीजें ऐसी भी होती है जो लोगों के साथ- साथ वैज्ञानिकोंको भी हैरानी में डालने का काम करती हैं। धरती के नीच विज्ञानकों को न जाने अब तक कितनी अजीबों गरीब और अनोखी चीजें प्राप्त हो चुकी हैं। ऐसी ही एक अनसुलझी चीज विज्ञानिकों को जमीन के भीतर मिली है। जो की 500 साल पुरानी बताई जा रही हैं।

अर्जेंटाइना में एक लड़की का शव पाया गया है। जिसको लेकर इस बात का दावा किया गया है कि लड़की का शव 500 साल पुराना है जो की लंबे समय से मिट्टी के अंदर दबा हुआ था। लेकिन जिस वक्त महिला की लाश मिली तो ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे की इसकी मौत कुछ दिन पहले ही हुई हो।

लाश में बहता खून
टेम्प्रेचर में कमी होने की वजह से लड़की की स्कीन का रंग और बालों का रंग दोनों एक जैसे दिखाई देने लगे थे। लेकिन शव के साथ कई सारे सोने,चांदी जैसी कीमती चीजों के साथ – साथ कपड़े भी बरामद हुए थे। लेकिन यहां सबसे हौरान करने वाली बात तो यह है कि लड़की के शरीर में खून बहाने के साथ – साथ उस खून में टीबी के जिवाणु पाए गए। ऐसा होना चिकित्सकों के सामने काफी बड़ी परेशानी और चुनौती लेकर आया है कि 500 साल बाद भी इस तरह की अनोखी और अजीबो गरीब चीज कैसे हो सकती है।

धीरे – धीरे खुलेंगे राज
इतना ही नहीं चिकित्सकों ने तो इस बात तक का दावा कर डाला है कि उन्होंने पहले कभी इतनी पुरानी ममी में इस तरह की चीजें नहीं देखी हैं। साथ ही कई और राज भी धीरे – धीरे करके खुलना शुरु हो गए जांच में जब सामने आया कि महिला के सिर में जुए भी थी तो ऐसा पाने के बाद शोधकर्ताओं ने इसे सुरक्षित रखवा दिया। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि उनका मानना है कि यह शव कई सारे राज खोल सकता है।

इस वक्त फिलहाल महिला के खून की जांच की जा रही है। साथ ही इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि मौत के इतने साल बाद भी महिला के शरीर में खून कैसे मौजूद है। साथ ही चिकित्सकों का यह कहना है कि लड़की के रक्त पर शोध करने के बाद शायद कोई नहीं चीज हाथ लग जाए। जो आगे जाकर मानव कल्याण के काम आ सके।

दीपाक्षी शर्मा :सभी को देश और दुनिया की खबरों के साथ-साथ एंटरटेनमेंट जगत से रुबरु कराने का काम करती हूं। राजनीतिक विज्ञान का ज्ञान लेकर एमए पास किया है। मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा के बाद फिलहाल पत्रकारिता कर रही हूं।