बिल्डिंग के दूसरे फ्लोर से गिरी बच्ची, लेकिन किस्मत में नहीं लिखी थी मौत, देखिए ये वायरल वीडियो

तुर्की में 2 साल की एक बच्ची खेलते हुए बिल्डिंग के दूसरे फ्लोर से गिर गई, लेकिन उसकी किस्मत में अभी मौत नहीं लिखी थी। देखिए सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हैरान कर देने वाला यह वीडियो।

बच्ची को बचाने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। (फोटो/वीडियो- CGTN)

किस्मत के लिखे को टाले तो टाले कैसे, इन शब्दों का ताल्लुक रखता कुछ ऐसा ही वाक्या तुर्की में सामने आया है। यहां एक 2 साल की बच्ची खेलते हुए बिल्डिंग के सेकेंड फ्लोर से गिर गई। फरिश्ते के रूप में नीचे खड़े एक 17 साल के लड़के ने उसे मौत के मुंह से वापस छीन लिया। वहां लगे सीसीटीवी में पूरी घटना कैद हो गई, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना बीते 20 जून की है। 2 साल की मासूम दोहा मुहम्मद अपने घर में खेल रही थी। घटना के समय दोहा की मां किचन में खाना बना रही थीं। दोहा घर के जिस कमरे में खेल रही थी उसकी खिड़की खुली थी। खेलते-खेलते वहीं से वह नीचे गिर गई। ये बच्ची की किस्मत ही थी कि बिल्डिंग के ठीक नीचे 17 साल का एक लड़का फ्यूजी जबात खड़ा था और बच्ची को गिरता देख वह फौरन हरकत में आया और लपककर उसे पकड़ लिया।

सही सलामत है दोहा

दोहा को जरा भी खरोंच नहीं आई। वहां लगे सीसीटीवी में पूरी घटना कैद हो गई। वायरल हो रहे वीडियो में आप देख सकते हैं कि फ्यूजी ने जैसे ही दोहा को पकड़ा आसपास में खड़े लोग फौरन उसके पास आ गए। बच्ची की मां को इस बारे में बताया गया। दोहा का परिवार फ्यूजी का शुक्रिया अदा कर रहा है। उन्होंने फ्यूजी को इनाम के तौर पर 200 तुर्की लिरास (50 अमेरिकी डॉलर) भी दिए।

इंटरनेट पर हीरो बना फ्यूजी जबात

इंटरनेट यूजर्स फ्यूजी की जमकर तारीफ कर रहे हैं। फ्यूजी जबात से जब इस बारे में बात की गई तो उसने कहा, ‘अल्लाह के रहम से मैंने वही किया जो जरूरी था।’ फ्यूजी दोहा के घर के पास ही स्थित मार्केट में फ्रेम वर्कशॉप पर काम करता है। बताते चलें कि इसी तरह का एक वीडियो पिछले साल गुजरात से भी सामने आया था। यहां एक डेढ़ साल का बच्चा तीसरे फ्लोर से गिर गया, लेकिन गनीमत रही कि एक शख्स ने उसे पकड़ लिया था।

देखिए फ्यूजी जबात की जांबाजी का वीडियो…

राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।