चैत्र नवरात्रि 2019: मां दुर्गा की प्रर्थना से लेकर पूजा की विधि और शुभ मुहूर्त तक, जानिए हर एक खास जानकारी

नवरात्रों के समय जौ की बुवाई करते हैं। ऐसे में आप अपने घर में मिट्टी का बर्तन लाकर उसमें जौ के कुछ बीज डालकर उसकी बुवाई कर सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि जौ इस सृष्टि की पहली फसल थी। इसलिए इसका इस्तेमाल हवन करने में होता है।

चैत्र नवरात्रि की पूजा-विघि, शुभ मुहूर्त ( फोटो साभार- सोशल मीडिया)

6 अप्रैल 2019 से चैत्र नवरात्र शुरु होने वाले हैं, जोकि 14 अप्रैल को खत्म होंगे। इस पूरे 9 दिन मां दुर्गा की पूजा पूरी श्रद्धा के साथ की जाएगी। मां दुर्गा की पूजा करने से आपको उनका आशीर्वाद और मनचाहा फल मिलेगा। इन दिनों पूजा करते वक्त कई चीजों का ध्यान रखना पड़ता है। साथ ही कलश स्थापना सही समय पर हो ये भी देखना पड़ता है। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि चैत्र नवरात्रों के दौरान आपको किन चीजों का ध्यान रखना होगा, पूजा की विधि क्या होगी और कैसे मां दुर्गा को आप प्रसन्न कर सकते हैं।

कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

चैत्र नवरात्र के दौरान यदि आप कलश की स्थापना करने जा रहे हैं तो आपको ऐसा करने का सही समय पता होना चाहिए। कलश स्थापन करने का शुभ मुहूर्त 6 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 9 मिनट से लेकर 10 बजकर 21 मिनट तक का है।

इन नौं माताओं की होती है नवरात्रों में पूजा:

मां दुर्गा के नौ रूप होते हैं जिनमें मां शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और मां सिद्धिदात्री शामिल होती हैं। नवरात्रि के प्रत्येक दिन अलग-अलग माता की पूजा की जाती है।

पूजा की विधि

अखंड ज्योति – यदि आप चाहते हैं कि आपके घर में सुख और शांति बनी रहे तो उसके लिए नवरात्रि ज्योति आप जलाए। नवरात्रि पूजा से पहले अखंड ज्योति को जलाना शुभ माना जाता है। ऐसे में आप अपने घर में देसी घी का दीपक जलायें। इससे घर में मौजूद सारी बुरी शक्ति चली जाएगी और सकारात्मक वातावरण आपको मिलेगा।

जौ की बुवाई-

नवरात्रों के समय जौ की बुवाई करते हैं। ऐसे में आप अपने घर में मिट्टी का बर्तन लाकर उसमें जौ के कुछ बीज डालकर उसकी बुवाई कर सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि जौ इस सृष्टि की पहली फसल थी। इसलिए इसका इस्तेमाल हवन करने और मां को अर्पित करने में भी किया जाता है।

मां के लिए भोग-

नवरात्रि के समय मां को भोग के तौर पर कोई सा भी फल, मिठाई या फिर घर में बनाई हुई पंजूरी चढ़ा सकते हैं।

दुर्गा सप्तशती का पाठ करना शुभ-

नवरात्रि के समय पूरे नौ दिन जिस भी घर में सप्तशती का पाठ किया जाता है तो वो काफी शुभ होता है। उस घर में हमेशा सुख बना रहता है।

कन्या पूजन-

कन्या पूजन के वक्त फूल, इलायची, फल, सुपारी, मिठाई, शृंगार का सामान, हलवा, काले चने और पूरी कन्याओं को देकर उनसे आशीर्वाद लिया जाता है।

दीपाक्षी शर्मा :सभी को देश और दुनिया की खबरों के साथ-साथ एंटरटेनमेंट जगत से रुबरु कराने का काम करती हूं। राजनीतिक विज्ञान का ज्ञान लेकर एमए पास किया है। मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा के बाद फिलहाल पत्रकारिता कर रही हूं।