पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम की आईएनएक्स मीडिया केस (INX Media Case) अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के लगभग 29 घंटे बाद गिरफ्तार कर लिया गया। सीबीआई ने आज रात 9.45 बजे उन्हें लोधी रोड के जोर बाग स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया। सीबीआई, ईडी और दिल्ली पुलिस की टीम दीवार फांदकर उनके घर में घुसी और उन्हें हिरासत में लिया।
पी. चिदंबरम (P. Chidambaram Arrest) को आज रातभर सीबीआई मुख्यालय में रखा जाएगा। प्राप्त जानकारी के मुताबिक गुरुवार को उन्हें सीबीआई कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे पहले चिदंबरम याचिका खारिज होने के बाद पहली बार कांग्रेस मुख्यालय में नजर आए। यहां कपिलल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी समेत कई बड़े नेता मौजूद थे। पी चिदंबरम ने कहना है कि आईएनएक्स मामले में उनके खिलाफ कोई आरोप नहीं है, सीबीआई और ईडी ने उनके खिलाफ कोई चार्जशीट भी दाखिल नहीं की। इसके बाद पी चिदंबरम कांग्रेस मुख्यालय से घर के लिए रवाना हो गए थे।
पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम को अपने साथ ले जाती हुई सीबीआई की टीम-
Congress leader P Chidambaram is being taken to the CBI headquarters in Delhi. https://t.co/dDqPiYmWWZ
— ANI (@ANI) August 21, 2019
इससे पहले, आईएनएक्स मीडिया मामले (INX Media Case) में मंगलवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी गई। जिसके बाद उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी थी। मंगलवार सुबह सीबीआई (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम उनके घर पहुंचीं, लेकिन वह घर पर नहीं मिले। जमानत याचिका खारिज होते ही चिदंबरम अंडरग्राउंड हो गए। कांग्रेस नेता की अंतरिम जमानत को लेकर बुधवार को उनके वकील सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं।
बुधवार सुबह सीबीआई के कुछ अन्य अधिकारी पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम के घर पहुंचे। सीबीआई के साथ-साथ ईडी के अफसर भी चिदंबरम की तलाश में जुटे हैं। कांग्रेस नेता के बारे में उनके परिवार के सदस्यों को भी जानकारी नहीं है। चिदंबरम का फोन भी स्विच ऑफ है।
कांग्रेसी नेता पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम पर हो रही कार्रवाई को गलत बता रहे हैं। वह मोदी सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मामले में कहा कि हम अपने नेता के साथ खड़े हैं। कांग्रेस पार्टी सच्चाई के लिए लड़ती रहेगी।
बुधवार सुबह प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘राज्यसभा के सम्मानित सदस्य पी. चिदंबरम जी ने वित्त मंत्री और गृह मंत्री रहते हुए दशकों तक पूरी ईमानदारी से देश की सेवा की है। वो दृढ़तापूर्वक सच्चाई बयां करते हुए सरकार की नाकामियों को उजागर करते रहते हैं, लेकिन सच्चाई कायरों के लिए असुविधाजनक होती है, इसलिए उन्हें शर्मनाक ढंग से निशाना बनाया जा रहा है। हम उनके साथ खड़े हैं और हम सच के लिए लगातार लड़ते रहेंगे, चाहे परिणाम जो भी हो।’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने दो ट्वीट किए हैं…
but the truth is inconvenient to cowards so he is being shamefully hunted down. We stand by him and will continue to fight for the truth no matter what the consequences are.
2/2— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 21, 2019
क्या है मामला?
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पर मुखर्जी दंपति के स्वामित्व वाली ‘आईएनएक्स मीडिया’ को फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) से गैरकानूनी रूप से स्वीकृति दिलाने का आरोप है। मामला 2007 का है, जब वह देश के वित्त मंत्री थे। इसके एवज में उनपर रिश्वत लेने और बेटे कार्ति चिदंबरम को ‘आईएनएक्स मीडिया’ द्वारा बिजनेस में मदद दिलाने का भी आरोप है। इस मामले में अब तक चिदंबरम को करीब 20 से ज्यादा बार अग्रिम जमानत याचिका मिल चुकी है।
2017 में सीबीआई और 2018 में ईडी ने दर्ज की FIR
2017 में सीबीआई ने इस केस में FIR दर्ज की थी। ईडी ने 2018 में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। इस मामले में इंद्राणी मुखर्जी का बयान चिदंबरम के खिलाफ गया। इंद्राणी ने जांच एजेंसियों को बताया कि उन्होंने इस मामले में कार्ति चिदंबरम को 10 लाख रुपये दिए थे। इंद्राणी मुखर्जी के इस बयान को प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी चार्जशीट में भी दर्ज किया है। ईडी कोर्ट में भी इसे बतौर सबूत पेश कर चुकी है।