Covid-19: कोरोना वायरस (Coronavirus) का प्रकोप देश में आग की तरह फैलता जा रहा है। देश में कोरोना से संक्रमित कुल मामले 13000 पार कर चुके है। इस बीच, कर्नाटक के एक अहम मंत्री ने कोरोना वायरस जांच की संख्या पांच गुना तक बढ़ा दिया। मंत्री ने बताया कि कोरोना वायरस की जांच की संख्या अब पांच गुना तक बढ़ा दी गई है। अब हर दिन 1500 लोगों की जांच की जा रही है। चीन से एक या दो दिन में त्वरित जांच किट मिलने के बाद इसे और बढ़ाया जाएगा। ताकि इलाज में किसी तरह की देरी ना हो।
कर्नाटक में गुरुवार को कोरोना के 35 नए मामले सामने आने के साथ ही राज्य में संक्रमितों की संख्या 315 हो गई जबकि 13 लोगों की मौत हो चुकी है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुधाकर ने शुक्रवार को पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि ये इस लिहाज से नए मामले नहीं है क्योंकि ये पहले ही संक्रमित पाए गए मरीजों के पहले और दूसरे संपर्क में आए लोग हैं। खुद चिकित्सीय पेशेवर सुधाकर ने कहा कि जिन मरीजों की मौत हुई है उन्हें कोरोना वायरस के साथ अन्य बीमारियां भी थीं। उन्होंने अपने लक्षण बढ़ने पर ही इलाज कराया और उनका स्वास्थ्य बिगड़ता चला गया। लोग लक्षण दिखने के बाद भी टेस्ट के लिए जल्दी नहीं आरहे है। जिसके वजह से इलाज में देरी होने की वजह से अपनी जान गवा दे रहे है।
बता दे, उन्होंने आगे कहा, ‘जब उन्हें पता चलता है कि उन्हें बुखार, गले में सूजन और सांस लेने में दिक्कत है तो उन्हें फौरन आगे आना चाहिए और जांच करानी चाहिए तथा भर्ती होना चाहिए. मैंने इन सभी मरीजों को देखा है। उनमें से कुछ शुरुआत में कुछ नीम हकीमों के पास जाते हैं. अगर वे लक्षण सामने आने के पहले सप्ताह में आ जाते तो मैं 100 फीसदी कह सकता हूं कि उनकी मौत नहीं होती। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को सुझाव देंगे कि सरकार सूचना प्रौद्योगिकी और अन्य कंपनियों के लिए परामर्श जारी करें कि वे 50 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ अपना कामकाज पुन: चालू करने पर त्वरित जांच किट के साथ अपने कर्मचारियों की जांच करें। वही कोरोना के चपेट में आकर अब तक 437 लोग अपनी जान गवा चुके है।
यह भी पढ़े: सोशल एक्टिविस्ट अशोक पंडित ने जावेद अख्तर से तबलीगी जमात पर चुप रहने की पूछी वजह
यहाँ देखे हिंदी रश का ताज़ा वीडियो: