Coronavirus: कोरोना वायरस को लेकर लापरवाही पर कैबिनेट सेक्रेटरी राजीव गौबा (Rajiv Gauba) ने भी माना है कि बीते दो महीने में विदेश से आए यात्रियों की संख्या और कोरोना की जांच की संख्या में अंतर है। दो महीने में विदेश से करीब 15 लाख यात्री भारत आए। सभी यात्रियों की कोरोना वायरस जांच नहीं हुई थी। कैबिनेट सेक्रेटरी राजीव गौबा ने सभी राज्य के सचिवों को चिट्ठी लिखी हैं। विदेश से आए यात्रियों की एक बार फिर से जांच करने का निर्देश राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश को दिया है। कैबिनेट सचिव ने कहा है कि दो महीने में विदेश से आए यात्रियों की निगरानी की जाए।
बता दें कोरोना संक्रमण एक से दूसरे में और दूसरे से दर्जनों में फैलने वाली बीमारी है। दिल्ली और एनसीआर में अब इसी क्रम में बीमारी तेजी से फ़ैल रही है। लोगों की लापरवाही पूरे देश पर भारी पड़ सकती है। लोगों को अब भी बहुत जागरूक होने की जरुरत है। केंद्र सरकार ने पहले ही 21 दिनों का लॉकडाउन कर दिया है लेकिन इसके बावजूद भी लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।
कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा बढ़ा:
कोरोना वायरस का संक्रमण कितना बड़ा खतरा है, लोग समझ नहीं रहे हैं। दिल्ली में केस नंबर 10 को लेकर खूब चर्चा हो रही है। समझिए कि केस नंबर 10 क्या है और अंदाजा लगाइए कि कैसे एक महिला ने दिल्ली के 800 से ज्यादा लोगों की ज़िंदगी को खतरे में डाल दिया है।
दिल्ली के दिलशाद गार्डन की रहने वाली महिला कुछ दिनों पहले सऊदी अरब से लौटी थी। ये महिला कोरोना वायरस से संक्रमित थी। संक्रमण के चलते सबसे पहले महिला का परिवार कोरोना की चपेट में आ गया। इसके बाद जब महिला दिल्ली के मौजपुर में मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर को दिखाया तो उस डॉक्टर में भी ये वायरस पहुंच गया। इसके बाद डॉक्टर से वायरस उसकी पत्नी और डॉक्टर की बच्ची भी कोरोना संक्रमित हो गई। एक महिला के कारण 8 लोग कोरोना वायरस के शिकार हो गए। इतना ही नहीं इन दिनों में डॉक्टर ने मोहल्ला क्लिनिक में करीब 800 मरीजों को देखा। अब उन 800 लोगों को सेल्फ क्वारेंटाइन में रखा गया है। जिससे ये पता चल सके कि इनमें कोरोना है या नहीं।
क्या होता है ‘कम्युनिटी ट्रांसमिशन’?
* संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए बिना कोरोना पॉजिटिव
* संक्रमित देश की यात्रा किए बिना कोरोना पॉजिटिव
* संक्रमण कैसे लगा ये पता लगाना मुश्किल होता है
* लोगों से कम्युनिटी में फैलने लगता है संक्रमण
* भारत में अभी ‘कम्युनिटी ट्रांसमिशन’ शुरू नहीं हुआ