सीआरपीएफ जवान ने पेश की मिसाल, लकवाग्रस्त बच्चे को अपना खाना खिलाते हुए वीडियो वायरल

सीआरपीएफ के हवलदार इकबाल सिंह (CRPF Havaldar Iqbal Singh) ने लकवाग्रस्त बच्चे को अपना खाना खिला दिया। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल (Viral Video on Social Media) हो रहा है।

सीआरपीएफ जवान इकबाल सिंह ने लकवाग्रस्त बच्चे को अपना खाना खिला दिया। (फोटो- वीडियो ग्रैब)

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में तैनात सीआरपीएफ के हवलदार इकबाल सिंह (CRPF Havaldar Iqbal Singh) ने देश में फैली नफरत के बीच इंसानियत की एक मिसाल पेश की है। कश्मीरी लकवाग्रस्त बच्चे को अपने हाथों से अपना खाना खिलाते हुए उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल (Viral Video on Social Media) हो रहा है।

31 सेकेंड का यह वीडियो 13 मई का है। सीआरपीएफ की 49वीं बटालियन के ड्राइवर हवलदार इकबाल सिंह (CRPF Havaldar Iqbal Singh Video) उस समय श्रीनगर के नवाकदल में थे। वीडियो में आप देख सकते हैं कि बंद दुकान के सामने लगी लोहे की कुर्सी पर एक बच्चा बैठा हुआ है, जिसे इकबाल सिंह अपने हाथों से अपना खाना खिला रहे हैं। वहां खड़े किसी शख्स ने उन्हें ऐसा करते हुए देखा और इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।

श्रीनगर सेक्टर सीआरपीएफ ने शेयर किया वीडियो…

वीडियो वायरल होते ही सीआरपीएफ महानिदेशक को भी इसकी जानकारी मिली। जिसके बाद उन्होंने इकबाल सिंह को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। बताया जा रहा है कि दोपहर को इकबाल सिंह अपना खाना खाने की तैयारी कर ही रहे थे कि वहां उन्होंने इस बच्चे को देखा। बच्चा भूखा था। जिसके बाद उन्होंने खुद अपने हाथों से उसे अपना खाना खिला दिया। सोशल मीडिया पर यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है।

सीआरपीएफ के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से वीडियो को री-ट्वीट किया गया…

सीआरपीएफ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस वीडियो को शेयर करते हुए श्री गोपालदास नीरज की लिखी पंक्तियों को दोहराते हुए लिखा गया है, ‘अब तो मजहब कोई ऐसा भी चलाया जाए। जिसमें इंसान को इंसान बनाया जाए।’ बताते चलें कि इसी साल 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले (Pulwama Terrorist Attack) के दौरान सीआरपीएफ के काफिले की एक गाड़ी को इकबाल सिंह चला रहे थे।

व्हाइट व्हेल का ये वीडियो देखना जरूर बनता है

देखिए रिवरबैंक जू का वायरल वीडियो…

गोरिल्ला वीडियो क्रेडिट- एबीसी न्यूज

राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।