गुजरात की तरफ लगातार बढ़ रहे चक्रवाती तूफान वायु से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीमें पूरी तरह से तैनात है। मौसम विभाग के अनुसार वायु तूफान गुरुवार दोपहर में गुजरात के तटीय इलाकों से टकरा सकता है। खतरे को मध्य नजर रखते हुए सरकारी एजेंसियां भी पूरी तरह से अलर्ट पर है। हालांकि, मौसम विभाग ने गुरुवार सुबह राहत की खबर देते हुए ये एलान किया है कि वायु का असर पूरे गुजरात राज्य पर नहीं बल्कि तटीय इलाकों पर ही पड़ेगा।
गुजरात के पोरबंदर में बुधवार शाम से ही तेज हवाएं चल रही हैं और समंदर में ऊंची लहरें भी उठ रही हैं। देर रात से ही किसी भयावक तूफान का अंदेशा लगाया जा रहा था। जिसको देखते हुए समुद्री तट पर बसे मछुआरों को किनारे से हटने को कहा गया और आने वाले तूफान का सामना करने के लिए NDRF की 52, SDRF की 9, SRP की 14 टीमों को प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है।
भारत मौसम विभाग (IMD) द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया की, “समुद्र की स्थिति अगले 12 से 14 घंटो के दौरान काफी भयानक है। 13-15 जून के दौरान उत्तर अरब सागर और गुजरात के तटीय क्षेत्रों में चक्रवाती तूफान वायु टकरा सकता है। 13 जून, गुरुवार की दोपहर के आसपास द्वारका और वेरावल के बीच हवा के तेज बहाव के साथ 155-165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ गुजरात के तट को पार करेगा।
आपको बता दें की साइक्लोनिक तूफान वायु ने रात भर में अपना रास्ता बदलकर गुजरात के उत्तर और पश्चिम तटीय क्षेत्रों की तरफ रुख किया है। बुधवार की रात करीब 9 बजे से गुजरात के पोरबंदर में समुद्र का जल-स्तर बढ़ने लगा था। आस-पास के क्षेत्र में बसे तटीय गांवों में पानी घुस गया था। जिसके बाद एनडीआरएफ, पुलिस और सेना ने उन इलाकों को खली कराया जहां ये तूफान दस्तक दे सकता है।
लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया
देर रात पोरबंदर में समुंद्री हवाओं का रुख बदलते हुए देख गुजरात के तटीय जिलों से लगभग 1.5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। चक्रवाती तूफान वायु के राज्य में दस्तक देने के साथ इसकी रफ्तार 155-165 किमी प्रति घंटे से ज्यादा होने की संभावना है।
रेलवे ने 110 ट्रेनें की रद्द
संभावित आपदा को देखते हुए पश्चिम रेलवे ने बुधवार को गुजरात से होकर गुजरने वाली 70 ट्रेनों को रद्द कर दिया और 28 ट्रेनों को गंतव्य से पहले ही रोकने का फैसला किया है। पश्चिम रेलवे ने विशेष राहत ट्रेनें चलाने का फैसला लेते हुए गांधीधाम, भावनगर पारा, पोरबंदर, वेरावल और ओखा वाले तूफान ग्रसित इलाकों से लोगों को निकालने की पहल की है।
हवाई सेना की भी पुख्ता हैं तैयारियां
70 व्यक्तियों की टीम वाले एक-एक दल को कुल दस कॉलम में बांटकर तूफान वाले इलाकों जैसे – जामनगर, गिर, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, सोमनाथ, मोरबी, भावनगर, राजकोट और अमरेली में तैनात किया गया हैं, जबकि दूसरी ओर 24 कॉलम की टीम बनाकर बचाव और राहत हेतु कार्यों को करने के लिए लगया गया है। इतना ही नहीं भारतीय वायु सेना(IAF) ने आपदा राहत कार्यों को करने के लिए राज्य में एक सी -17 ट्रांसपोर्टर (a C-17 transporter aircraft) विमान भी तैनात किया है।हेलीकॉप्टरों को भी तैनात किया है।
चक्रवात की गंभीरता को देखते हुए 50 से अधिक टीमों को तैनात किया गया है। अधिकतम तैनाती गुजरात के तटीय इलाकों में की गई है। गृह सचिव राजीव गौबा ने स्थिति का जायजा लेने के लिए एनडीआरएफ, डीडीएमए, आईएमडी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक भी बुलाई है।
प्रशासन ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
चक्रवाती तूफान वायु के दौरान लोगों की मदद करने के लिए जिला प्रशासन और एनडीआरएफ ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। एनडीआरएफ का हेल्पलाइन नंबर- 91-9711077372 है। इसके अलावा चक्रवात वायु प्रभावित जिलों के हेल्पलाइन इस प्रकार हैं।
जामनगर कंट्रोल रूम नंबर: 0288-2553404
द्वारका कंट्रोल रूम नंबर: 02833-232125
पोरबंदर कंट्रोल रूम नंबर: 0286-2220800
दाहोद कंट्रोल रूम नंबर: 02673-239277
नवसारी कंट्रोल रूम नंबरः 02637-259401
पंचमहल कंट्रोल रूम नंबर: +912672242536
छोटा उदयपुर कंट्रोल रूम नंबर: +912669233021
कच्छ कंट्रोल रूम नंबर: 02832-250080
राजकोट कंट्रोल रूम नंबर: 0281-2471573
अरावली कंट्रोल रूम नंबर: +912774250221