Unlock 1: लंबे समय से लॉकडाउन के बाद दिल्ली में आज से 10 ऐतिहासिक मस्जिदें और मकबरे खुल गए जहा होती है इबादत

Unlock 1: देशभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर को देखते हुए 24 मार्च से लॉकडाउन (Lockdown) जारी किया गया था। लेकिन अब 1 जून से लगे अनलॉक (Unlock 1) में लोगों को कई चीजों के लिए छूट दी गई है।

सुनहरी मस्जिद और सफदरजंग का मकबरा फोटो (सोशल मीडिया)

Unlock 1: देशभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर को देखते हुए 24 मार्च से लॉकडाउन (Lockdown) जारी किया गया था। लेकिन अब 1 जून से लगे अनलॉक (Unlock 1) में लोगों को कई चीजों के लिए छूट दी गई है। इस बीच देश भर के तमाम शहरों में धार्मिक स्थल (Religious Place) से लेकर मॉल (Mall) तक खोले जा रहे हैं। दिल्ली (Delhi) में भी सोमवार यानी 8 जून से 10 ऐतिहासिक मस्जिदें और मकबरे (Mosques and Tomb) खुल गए हैं। अब सरकार इससे एक कदम आगे दिल्ली की ऐतिहासिक इमारतें खोलने पर भी विचार कर सकती है। बता दे, फिलहाल सोमवार से दिल्ली की 10 ऐतिहासिक इमारतों को खोला गया है।

 

हालही में एक इंटरव्यू में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के दिल्ली डिविजन की एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फिलहाल केवल उन मस्जिदों को खोला गया है, जहां पर इबादत होती है। इसके लिए कोई टिकट भी नहीं लगाया गया है लेकिन दिल्ली की बाकी इमारतें कब खुलेंगी इस बारे में अभी कुछ कह पाना मुश्किल है।

 

दिल्ली की इन मस्जिदों को खोल दिया गया है

 

दिल्ली की इमारतें, जिन्हें सोमवार से खोला जा रहा है उनमें कुतुब आर्कियोलॉजिकल एरिया, सुनहरी मस्जिद, सफदरजंग का मकबरा, कोटला फिरोजशाह, मथुरा रोड पर मौजूद खैर-उल-मनाजिल, हौज खास की नीली मस्जिद, हुमायूं के मकबरे के पश्चिमी गेट के बाहर अफसरवाला मस्जिद, रजिया बेगम का मकबरा, कुदसिया गार्डन में मौजूद मस्जिद और सुल्तान गारी का मकबरा शामिल है।

 

बता दे, रविवार को केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने ट्वीट किया, ‘संस्कृति मंत्रालय ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के संरक्षित 820 सक्रिय गतिविधियों वाले स्मारकों को 8 जून से खोलने की स्वीकृति दी है। गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों का पालन हो यही अपेक्षा है.’ इसके बाद दिल्ली की 10 ऐतिहासिक इमारतों को खोलने का फैसला किया गया।

 

फिलहाल कुतुब मीनार, लाल किला जैसी दूसरी ऐतिहासिक इमारतें अभी आम दर्शकों के लिए नहीं खोली गई हैं, लेकिन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की वेबसाइट पर 16 जून से इनकी बुकिंग शुरू दिखाई गई है। हालांकि विभाग का कहना है कि जब आधिकारिक रूप से इजाजत मिलेगी तभी से बुकिंग की मान्यता होगी।

यहाँ देखे हिंदी रश का ताजा वीडियो: