DUSU Election: NSUI का EVM खेल फेल, ABVP ने लहराया जीत का परचम

दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में NSUI एक सीट और ABVP ने तीन सीटों पर मारी बाजी

दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय छात्र संघ चुनाव DUSU Election Results 2018 के परिणाम आ गए हैं। हालांकि ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर NSUI ने कई तरह के सवाल खड़े किए जिसके कारण विवि प्रशासन ने गिनती रोक दी लेकिन बाद में एक विशेष बैठक कर वोटों की गिनती पुनः शुरू की गई।

शुक्रवार को वोटों की गिनती होने के बाद NSUI को करारा झटका लगा। ABVP की झोली में तीन सीट और NSUI को मात्र एक सीट पर जीत मिली है। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव के पद पर ABVP कब्जा जमाने में कामयाब रही है तो वहीं सचिव पद पर NSUI ने जीत दर्ज की है।

ये उम्मीदवार जीते
AVBP के अंकिव बैसोया अध्यक्ष, शक्ति सिंह उपाध्यक्ष, ज्योति चौधरी संयुक्त सचिव और NSUI के आकाश चौधरी सचिव का चुनाव जीते हैं। इसके बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बड़ी जीत का जश्न जमकर मनाना शुरू कर दिया है। छात्र नेताओं की जीत के बाद भाजपा के बड़े नेताओं ने इन्हें बधाईयां दी हैं।

किसको कितने वोट
ABVP अध्यक्ष पद के लिए अंकिव बैसोया को 20,467 वोट, जबकि उनके मुकाबले NSUI के सनी को 18,723 वोट मिले। उपाध्यक्ष पद के लिए ABVP के शक्ति सिंह को 23,046 वोट, जबकि NSUI की लीना को 15,000 वोट मिले। सचिव के पद पर NSUI के आकाश चौधरी को 20,198 वोट मिले, जबकि ABVP के सुधीर डेढ़ा को 14,109 वोट मिले। संयुक्त सचिव के लिए ABVP की ज्योति चौधरी को 19,353 वोट मिले, जबकि NSUI के सौरभ यादव को 14,381 वोट मिले।

नोटा पर जमकर वोटिंग
दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में नोटा का प्रयोग भी छात्रों ने जमकर किया है। प्राप्त आंकड़ों की बात करें तो अध्यक्ष के चुनाव में 6211 वोट नोटा को मिले, जबकि उपाध्यक्ष पद के लिए 6435 वोट नोटा को मिले। सचिव पद के लिए 6810 वोट और संयुक्त सचिव पद के लिए 8273 वोट नोटा को मिले।

बता दें कि इन चार सीटों के लिए दिल्ली विवि में बुधवार को वोटिंग हुई थी।हालांकि सुबह में कम विद्यार्थी ही मतदान करने पहुंचे, लेकिन बाद में विद्यार्थियों की संख्या तेजी से बढ़ती गई। 52 कॉलेजों में 760 ईवीएम के जरिए मतदान कराए गए। डूसू चुनाव के लिए 52 केंद्रों पर मतदान हुए। चुनाव मैदान में इस बार कुल 23 प्रत्याशी खड़े थे।

रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.