देश के पूर्वोत्तर राज्य बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नागालैंड और सिक्किम में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर करीब 5.5 मापी गई है। भूकंप के आने से लोगों के भीतर डर बना हुआ है। मौसम विभाग ने सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, बुधवार सुबह 10.20 मिनट पर बिहार के किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार इलाके में भूकंप के झटके आए। इसकी तीव्रता 5.5 थी। भूकंप का केंद्र असम का कोकराझार बताया गया है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और असम में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
दहशत में लोग
भूकंप आने के साथ ही लोगों में भगदड़ मच गई। लोग जिस हालत में थे वैसे ही अपने-अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों पर आ गए। साथ ही खबर यह भी है कि बांग्लादेश के ढाका और इससे सटे इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
बता दें कि हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि अब तक के भूकंप के कारण किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंची है।
भूकंप आने का मुख्य कारण
धरती की ऊपरी सतह (अपर लेयर) 7 टेक्टोनिक प्लेटों से मिल कर बनी है। जहां भी ये प्लेटें एक दूसरे से टकराती हैं वहां भूकंप का खतरा उत्पन्न हो जाता है।
भूकंप तब आता है जब इन प्लेट्स एक दूसरे के क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश करती हैं। प्लेट्स एक दूसरे से घर्षण खाती हैं। उससे अपार ऊर्जा निकलती है और उस घर्षण या फ्रिक्शन से धरती की ऊपरी सतह हिलने (कंपन) लगती है।