EXCLUSIVE: मुंबई की भागती जिंदगी में कदम से कदम मिलाकर चलने वाली महिलाएं क्वॉरेंटाइन में ऐसे बिता रही हैं समय

कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर इस तरह बढ़ा हैं कि पूरा देश लॉकडाउन (Lockdown) हो गया है। ऐसे ही कुछ महिला जो मुंबई (Mumbai) की भागती जिंदगी में कदम से कदम मिलाकर चलती है। आज हिंदी रश बातचीत में उन्होंने क्वारंटाइन के समय किस तरह अपने समय का गुजरा कर रही है यह सांझा किया है।

कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर इस तरह बढ़ा हैं कि पूरा देश लॉकडाउन (Lockdown) हो गया है। लॉकडाउन के वजह से सभी को घर से काम करना पड़ रहा है। ऐसे ही कुछ महिला जो मुंबई (Mumbai) की भागती जिंदगी में कदम से कदम मिलाकर चलती है। आज हिंदी रश बातचीत में उन्होंने क्वारंटाइन के समय किस तरह अपने समय का गुजरा कर रही है यह सांझा किया है।

जीआ अशोक हंकारे, जो मुंबई में सबटाइटल हेड और कोऑर्डिनेटर है, उन्होंने कहा कि “मैं WFH हूं लेकिन फिर भी घर पर काम करने वाली बाई नहीं है, इस वजह से मुझे मम्मी को घर कामों में मदद करना पड़ रहा है। घर पर बर्तन धोना मेरा काम है, और मेरे पापा और भाई भी घर के कामों में मदद कर रहे है। क्वारंटाइन में हमें फॅमिली के साथ वक़्त बिताने का समय मिला है, मझे योगा करने का वक़्त नहीं मिलता था पहले लेकिन अब मैं कर पाती हूं। मेरे भाई को बिल्कुल भी खाना बनाना नहीं आता है तो मेरी मदद उसने कल फ्राइड राइस बनाया। हम हमेशा कम्प्लेन करते हैं कि हमारे पास टाइम नहीं है, तो अब आपके पास टाइम हैं तो आप वो सब काम कर सकते है जो आम दिनों में नहीं कर पाते थे।

ध्वनि समानी ठक्कर, जो की सीनियर मैनेजर इंटरनेशनल मार्केटिंग है, उन्होंने कहा कि “दिन की शुरुवात मेरी सुबह 9 बजे होती है। सुबह उठकर मां को काम में मदद करना पड़ता है। उसके बाद 10 बजे मेरे ऑफिस का काम शुरू होता है, जैसा की हम सब WFH कर रहे है। वैसे हमें ज्यादा काम नहीं है लेकिन जैसा की हम इंटरनेशनल डीलिंग दुबई से करते है तो हमें ईमेल या वाह्टस ऍप पर एक्टिवटे रहना पड़ता है। ऑफिस का सारा काम मेरा दोपहर के 12 तक हो जाता है। उसके बाद मैं अपने परिवार के साथ समय बिताती हूं। हम सब साथ में मिलकर मूवीज वगेरा देखते है। फिर शाम को खाना बनाना मेरा काम होता है। हमारा बहुत बड़ी फॅमिली है, तो मोस्ट ऑफ सभी लोग ऑफिस जाते है, साथ में बहुत कम मिलता हैं बिताने के लिए। इसलिए अब हम साथ में डिनर करते है। हम सभी प्रीकॉशन को अच्छे से फॉलो करते है।

वहीँ सनिका अरविन्द मुनागेकर, जो की सबटाइटल एडिटर हैं, उन्होंने कहा कि ‘ये लॉकडाउन सभी के लिए बहुत मुश्किल भरा है। हालांकि मैं घर से काम कर रही हूं, जो की कभी कभी हमें ऐसा करने के लिए मिलता है। तो खुद को हमेशा कामों में, टीवी सीरीज देखने में व्यस्त रखती हूं। कभी कभी में ऑनलाइन किताबें पड़ती हूं या फिर फॅमिली के साथ गेम खेलती हूं। वैसे खाना बनाना मेरे बस की बात नहीं लेकिन, इस समय मैं खाना जैसे कि सिंपल डिशेस बनाना सिख रही हूं।