पिछले चार सालों से मई में ओडिशा किसी न किसी चक्रवात से जूझता रहा है। इस साल भी फेनी चक्रवात इसे अपने चपेट में लेने वाला है। बंगाल की खाड़ी से उठा फेनी चक्रवात ओडिशा के पुरी, गोपालपुर व चंदबली के तट से आज सुबह 8 से 10 बजे के बीच टकराएगा। प्रशासन ने मछुआरों को 4 मई तक समुद्र तट पर न जाने की सलाह दी है। खबर के मुताबिक ये चक्रवात सुबह 6:31 बजे पुरी से 70 किमी दक्षिण-पश्चिम में था, अब आगे बढ़ रहा है।
ये चक्रवात ओडिशा तट से 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से टकरा चुका है। ऐसा अनुमान है कि ये रफ्तार 180 से 200 किमी प्रति घंटे हो सकती है। आपको बता दें कि पिछले करीब 43 सालों में अप्रैल से मई के महीने में ये भारत के पड़ोसी समुद्री तट पर इतना तीव्र से उठा ये पहला तूफान है। अब आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि ये कितना भयंकर साबित होने वाला है।
इसकी इसी विकरालता को देखते हुए केंद्र और राज्य दोनों सरकारें किसी भी संभावित घटना से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की मदद ले रही हैं। सरकार ने तीनों सेनाओं को भी अलर्ट कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ओडिशा के 10 हजार से ज्यादा गांवों और 52 कस्बों पर तूफान कहर बरपा सकता है। ओडिशा सरकार ने अब तक करीब 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है।
गृह मंत्रालय ने इस राज्य के लिए करीब 340 करोड़ का लोन दिया है ताकि ये इस आपदा से निपटा जा सके। ओडिशा के अलावा पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश भी हाई अलर्ट पर है। 100 से ज्यादा ट्रेनें और कई फ्लाइट कैंसिल हो चुकी हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपने सारे ऑफिसर को समुद्री तट के आस-पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित निकालने का आदेश दिया है।